बाढ़ प्रभावित इलाकों का CM नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का दिया निर्देश

बाढ़ प्रभावित इलाकों का CM नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का दिया निर्देश

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों के लोगों की स्थिति को जाने की कोशिश की। वही इस दौरान संबंधित जिलों के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया।


नेपाल से निकल कर उत्तर बिहार आनेवाली नदियों के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। जिसके कारण कई जिलों में बाढ़ आ गई है। इससे प्रभावित लोगों की स्थिति और उन्हें दी जा रही मदद के बारे में जानकारी लेने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने आज हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा भी उनके साथ थे। सीएम ने सबसे पहले पश्चिम चंपारण के बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण किया।   


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 5 जिलों का दौरा किया। सीएम नीतीश ने पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे किया। हवाई सर्वेक्षण के बाद पटना लौटने पर सीएम नीतीश ने कहा आज उन्होंने 5 बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वे किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसे लेकर वे आज पटना में अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।   


       

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त पश्चिमी चम्पारण जिले के रामनगर, नरकटियागंण, गौनाहा, चनपटिया, मझौलिया तथा पूर्वी चम्पारण जिले के सुगौली, रामगढ़वा, छौड़ादानो, बंजरिया, चिरैया, ढाका, पताही मधुबन तथा मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट, कटरा, औराई क्या सीतामढ़ी जिले के सन्नीसैदपुर, बेलसंड, वैरगनिया तथा शिवहर जिले के तीन प्रखण्डों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस एवं मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार भी मौजूद थे।


हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार अधिक बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति से पैदा हो गयी है। आंखों का इलाज कराने कुछ दिन पूर्व हम दिल्ली गए थे। आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के लिए हमने पांच जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है। कल तीन बाढ़ ग्रस्त जिलों का और जायजा लेंगे। हमने सर्वेक्षण के दौरान नदियों की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया है। हमारी प्राथमिकता में यह काम सबसे ऊपर है।


केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में जदयू की भागीदारी को लेकर पत्रकारों के पूछे गये सवाल का जवाब देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद पहले ही छोड़ दिया है और अब राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेवारी श्री आर.सी.पी. सिंह संभाल रहे हैं। इसके संबंध में वही विस्तृत रूप से बता पाएंगे। इसके लिए वही  अधिकृत भी है। मंत्रिमंडल विस्तार प्रधानमंत्री जी का विशेषाधिकार है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के दो टेन्योर में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम का आयोजन होता रहा था। वर्ष 2016 में लोक सेवा का अधिकार कानून लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया। हमने 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद ऐलान किया था कि फिर से जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। कोरोना के कारण अभी तक इसे शुरू नहीं किया जा सका था। अब अगले सोमवार से इसकी शुरुआत की जाएगी। पहले जिस प्रकार यह कार्यक्रम होता रहा है उसी प्रकार प्रत्येक महीने में तीन सोमवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।