ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: राज्य में बनेंगे 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट, न्याय की व्यवस्था अब तुरंत; खौफ में अपराधी Bihar Monsoon: मानसून का इंतजार हुआ ख़त्म, मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और भीषण बारिश को लेकर जारी किया अलर्ट वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस

11 घंटे तक 23 मासूमों को कैद में रखने वाले सिरफिरे का लेटर वायरल, जानिये पूरी घटना का खौफनाक सच

1st Bihar Published by: Updated Fri, 31 Jan 2020 09:11:04 AM IST

11 घंटे तक 23 मासूमों को कैद में रखने वाले सिरफिरे का लेटर वायरल, जानिये पूरी घटना का खौफनाक सच

- फ़ोटो

FARRUKHABAD: पहले बर्थडे पार्टी के लिए बच्चों को बुलाया...फिर 23 मासूमों को कैद कर लिया. जुर्म की इस खौफनाक दास्तां ने सबके होड़ उड़ा दिये हैं. सबकी जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिर क्यों इस सिरफिरे ने जुर्म की ऐसी वारदात को अंजाम दिया. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मासूमों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम को पुलिस ने मार गिराया है. पुलिस ने इस ऑपरेशन में बंधक बनाए गए सभी 23 बच्चों को सुरक्षित रिहा करा लिया है. 


देर रात तक चले इस ऑपरेशन में शामिल पुलिसकर्मियों को योगी सरकार ने 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा भी की है. वहीं इस सिरफिरे का एक लेटर वायरल हो रहा है. इस लेटर में सिरफिरे सुभाष ने अपनी कुछ मांगों को लिखा था. अपने खत में उसने घर का भी जिक्र करते हुए लिखा है कि उसे घर नहीं मिला है साथ ही पत्र में उसने शौचालय का भी जिक्र किया है. 

लेटर में सुभाष ने लिखा है कि उसके लिए कॉलोनी (घर) आई थी, लेकिन प्रधान ने उसे देने से मना कर दिया. उसकी मां चलने-फिरने में असमर्थ है, उसके लिए शौचालय की भी मांग की गई थी, वह भी नहीं मिला. सुभाष ने आगे लिखा है कि सेक्रेटरी और अन्य अधिकारियों से कई बार मिलने के बाद भी उसका काम नहीं हो पाया. एनकाउंटर में ढेर किये गये आरोपी पर साल 2001 में गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या का भी आरोप था. हत्या के मामले में वो जमानत पर जेल से रिहा हुआ था.