MUNGER: बेकरी में बच्चों से काम करवाना काफी भारी पड़ गया। बेकरी मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया और 80 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वही छापेमारी के दौरान चार बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया। श्रम विभाग की इस कार्रवाई से दुकानदारों और फैक्ट्री के मालिकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
श्रम विभाग की टीम ने मुंगेर के तारापुर में बेकरी में काम कर रहे चार बाल मजदूरों को मुक्त कराया है। सभी बच्चों को बाल कल्याण के संरक्षण में भेजा गया है। वही तारापुर थाना में बेकरी मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है साथ ही 80 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। मुंगेर जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित तारापुर अनुमंडल क्षेत्र के मानिकपुर पंचायत के कमरगामा स्थित एक बेकरी में लेबर डिपार्टमेंट ने तारापुर पुलिस की मदद से श्रम विभाग की टीम ने छापेमारी की और 4 बाल मजदूरों को मुक्त कराया।
सभी बाल मजदूर झारखंड राज्य के देवघर के रहने वाले हैं। कई दिनों से इन बच्चो से बेकरी का काम करवाया जा रहा था। श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमार रमण ने बताया की कुछ दिन पूर्व जब उक्त बेकरी की जांच करने गए थे तो इन बच्चों को लेकर बेकरी मालिक को हिदायत दी गई थी कि वो इन बच्चों को उसके घर वापस पहुंचा दें और बाल मजदूरों से काम नहीं करवाएं।
लेकिन इस बात को बेकरी मालिक ने हल्के में लिया और पदाधिकारियों की बातों पर अमल नहीं किया। जिसके बाद मंगलवार को एलईओ तारापुर, खगड़पुर और टेटियाबंबर सहित तारापुर थाना पुलिस की मदद से बेकरी में काम करने वाले बाल मजदूरों को मुक्त कराने के लिए छापेमारी की गयी। जहां से 4 बाल मजदूरों को बेकरी से मुक्त कराया गया और बेकरी मालिक के ऊपर तारापुर थाने में केस दर्ज कराया गया। साथ ही बेकरी मालिक पर 80 हजार का फाइन किया गया। सभी बाल मजदूरों का मेडिकल करवाया गया और बाल कल्याण समिति को सौंपा गया। जहां से बच्चों को उनके घर भेजा जाएगा।