GOPALGANJ: नाबालिग से गैंगरेप के बाद वीडियो वायरल किेए जाने का मामला सामने आया है। जान से मारने की धमकी पीड़िता को लगातार दी जा रही है। पीड़िता ने 5 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया है। हालांकि कि आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है। पीड़िता थाने में न्याय की गुहार लगा रही है। मामला कटेया थाना क्षेत्र का है।
बताया जाता है कि कटेया थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दो साल पहले गैंगरेप की घटना हुई थी। आरोपियों ने इस दौरान वीडियो बना लिया था जिसके बाद इसे वायरल करने की धमकी दी जा रही थी और पीड़िता को जान से मारने की लगातार धमकी मिल रही थी। लेकिन आरोपियों ने दस दिन पहले ही वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। जिसके बाद पीड़िता के बयान पर 5 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। सभी आरोपी अब भी फरार है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। वही पीड़िता पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है।
गोपालगंज में 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामनेआया है। वही गैंगरेप के बाद आरोपी पीड़िता को 2 साल तक धमकी देते रहे और उसके साथ गलत काम करते रहे। लेकिन जब पीड़िता ने आरोपियों मिलने से मना कर दिया तब उसका रेप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। बताया जाता है कि 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची को गांव के ही एक युवक ने जबरन स्कूल में मिलने के लिए बुलाया।
यहां पर युवक के साथ उसके और 4 साथी मिलकर पीड़िता के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया और रेप का वीडियो भी बनाया। इस वीडियो को दिखाकर पीड़िता को लगातार ब्लैकमेल किया जाता रहा। आरोपी 2 साल तक उसको धमकी देते रहे। पीड़ित परिजनों के मुताबिक 10 दिन पहले जब पीड़िता ने आरोपियों से मिलने से इंकार कर दिया तब उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पीड़िता के बयान पर कटेया थाना में 5 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमें दो आरोपी खाड़ी देश में काम करने के बहाने फरार हो गए हैं।
पीड़िता के मां के बयान पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन एफआईआर दर्ज करने के 3 दिन के बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एसपी आनंद कुमार ने कहा कि पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। एसपी ने कहा कि दो आरोपी विदेश भाग गए हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क स्थापित कर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बहरहाल पीड़ित परिजन खौफ के साए में हैं। उन्हें केस उठाने के लिए जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।