बाबा रामदेव के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज, इस्लाम और मुसलमानों पर की थी विवादित टिप्पणी

बाबा रामदेव के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज, इस्लाम और मुसलमानों पर की थी विवादित टिप्पणी

MUZAFFARPUR: योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप उन पर लगाया गया है। मुजफ्फरपुर के अहियापुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने सीजेएम की अदालत में परिवाद पत्र दायर किया। 


बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव ने राजस्थान में इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ विवादित बयान दिया था। मुस्लिम समाज के खिलाफ नमाज पर टिप्पणी करना उन्हें भारी पड़ गया। देशभर में इनके इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गयी है। राजस्थान के  बाड़मेर में एक धर्मसभा को संबोधित करते हुए रामदेव ने इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। 


इस दौरान रामदेव ने कहा था कि 'इस्लाम धर्म का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है। मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है। चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो, लेकिन दिन में 5 बार नमाज पढ़ो। फिर सब जायज होता है।'


मुजफ्फरपुर के अहियापुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने सीजेएम की अदालत में 195, 295,298(क),298 (ख)तथा 504 भा.द.वी. में परिवाद दर्ज कराया है। मामले पर अगली सुनवाई 16 फरवरी को होगी। समाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने कराया है, जिसमें बताया गया है कि बाबा रामदेव के द्वारा समुदाय विशेष के लोगों को लव जेहाद का आरोप लगाया गया है। इस परिवाद को कोर्ट ने स्वीकार किया है। इस मामले में सुनवाई की तिथि 16 फरवरी 2023 को मुकर्रर की गई है।


परिवादी तमन्ना हाशमी ने बताया कि बाबा रामदेव के द्वारा समुदाय विशेष के लोगों के ऊपर धर्म विशेष के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की गई थी। साथ ही कई गैर जिम्मेदाराना बयान दिया गया है। इससे आहत होकर मुजफ्फरपुर की कोर्ट में परिवाद को दायर कराया है, जिसकी सुनवाई की तिथि 16 फरवरी मुकर्रर किया गया है। परिवादी में मामले बाबा रामदेव के खिलाफ में आईपीसी की धारा 195, 295, 298(क), 298(ख) और 504 के तहत यह मामला को दर्ज कराया है।


बाड़मेर में एक धर्म सभा को संबोधित करते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने इस्लाम और मुसलमानों पर विवादित बयान दिया है. बाबा रामदेव ने कहा था  इस्लाम धर्म मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है. मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो.


 02 फरवरी को बाड़मेर में  रामदेव ने ईसाई धर्म पर बोलते हुए कहा कि दिन में चर्च जाकर मोमबत्ती जलाओ, सारे पाप धुल जाएंगे, लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं होता. बाबा रामदेव यहीं नहीं रुके. इसके बाद उन्होंने कहा कि उनकी जन्नत (स्वर्ग) का मतलब है कि टखने के ऊपर पायजामा पहनों, मूंछ कटवा लो और टोपी पहन लो.