'बाल हृदय योजना' का CM नीतीश ने किया शुभारंभ, 21 बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया अहमदाबाद

'बाल हृदय योजना' का CM नीतीश ने किया शुभारंभ, 21 बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया अहमदाबाद

PATNA:- आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने "बाल हृदय योजना" का शुभारंभ  किया। इस योजना के तहत 21 ऐसे बच्चों को अहमदाबाद भेजा गया जो बच्चे हृदय रोगी है या जिनके दिल में छेद है। सरकार की ओर से इन बच्चों के साथ इनके अभिभावक को भी अहमदाबाद भेजा गया है। इनके पटना से अहमदाबाद जाने, वहां ठहरने, इलाज कराने और फिर वापस पटना लौटने का इंतजाम सरकार ने किया है। 


आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट टू के तहत 'बाल हृदय योजना' की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। इस दौरान 21 बच्चों और उनके अभिभावकों को दो इलेक्ट्रिक बसों से पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरी झंडी दिखाकर बस को एयरपोर्ट के लिए रवाना किया।


 पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद सभी को अहमदाबाद के लिए रवाना किया गया। बाल हृदय योजना के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अहमदाबाद में इलाज कराने के बाद जब ये बच्चे पटना लौटेंगे तब हम इन बच्चों से मिलेंगे। सीएम नीतीश कुमार इस योजना के लिए स्वास्थ्य विभाग और मंत्री मंगल पांडेय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सराहनीय कदम है जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में यह अभियान चलाया जाएगा और हृदय रोग से जुझ रहे बच्चों का निशुल्क इलाज कराया जाएगा। गौरतलब है कि बिहार सरकार ने बजट में बाल हृदय योजना के लिए 300 करोड़ की राशि का प्रावधान किया था जो छोटे बच्चों के हृदय में छेद को लेकर बनाया गया था। इस योजना के तहत ऐसे बच्चों का समुचित इलाज किया जाएगा। बिहार सरकार की तरफ से ऐसे बच्चों का निशुल्क इलाज कराया जाएगा। 


वही नवादा में जहरीली शराब से मौत मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के पदाधिकारी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। नवादा मामले की जांच के लिए पटना से स्पेशल टीम भेजी गई हैं जो घटना की हर बिंदुओं की जांच करेगी।