BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 27 Nov 2024 06:35:29 PM IST
- फ़ोटो
DESK: यूपी के जामा मस्जिद के बाद अब राजस्थान के अजमेर में स्थित दरगाह शरीफ के सर्वे का काम जल्द ही शुरू हो सकता है। राजस्थान की नीचली अदालन ने हिंदू पक्ष की उस याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है जिसमें दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया गया था।
दरअसल, हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में एक याचिका दायर कर दरगाह शरीफ के सर्वे की मांग की थी। हिंदू पक्ष ने याचिका के साथ एक सबूत भी पेश किया और उस जगह पर पूजा करने की अनुमति मांगी है और साथ ही साथ पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण कराने की भी मांग की थी।
हिंदू पक्ष का दावा है कि दरगाह की जमीन पर पहले भगवान शिव का मंदिर था। मंदिर में पूजा और जलाभिषेक होता था। साल 1911 में लिखी पुस्तक का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि दरगाह परिसर में मौजूद 75 फीसद लंबे बुलंद दरवाजे के निर्माण में मंदिर के मलबे का अंश है वहीं तहखाने में गर्भगृह होने के प्रमाण मिलने की बात कही गई है।
बता दें कि मंगलवार को भी इस मामले की सुनवाई होनी थी लेकिन अदालत सुनवाई के लिए 27 नवंबर की तारीख निर्धारित कर दी थी। पिछली सुनवाई के दौरान सबूत के तौर पर हिंदू पक्ष ने एक खास किताब पेश किया था जिसमें दावा किया गया था कि वहां एक मंदिर था।