ब्रेकिंग न्यूज़

Pahalgam Attack: ‘इंतजार कीजिए, आतंकवादी मारे जाएं तो पटाखा जरूर फोड़िएगा’ गृह राज्यमंत्री ने क्यों कही यह बात? New Traffic Rules: हद पार की तो धो बैठोगे ड्राइविंग लाइसेंस से हाथ, नियमों में सख्ती के बाद अब भारी पड़ेगी थोड़ी भी लापरवाही Pahalgam Attack BBC Coverage :भारत विरोधी नैरेटिव पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया घिरा...पहलगाम हमले पर BBC की विवादित रिपोर्टिंग! Viral Video: मन होखे त बोलीं... बेटे के उपनयन संस्कार में मर्यादा लांघ गए मुखिया जी, बार बाला संग जमकर लगाए ठुमके; वीडियो वायरल Motor Vehicles Act road safety: भारत में ड्राइविंग लाइसेंस पर लागू होगा पॉइंट सिस्टम, बार-बार गलती पर रद्द हो सकता है लाइसेंस Eijaz Khan Ullu Show, House Arrest : न्यूडिटी परोसने वाले एजाज खान पर FIR ,9 मई को महिला आयोग के सामने पेशी Bihar Crime news: पूर्व प्रखंड प्रमुख को सरेआम मारी गोली, बदमाशों ने पति के सामने ही सिर में उतार दी बुलेट Bihar IAS News: कौन हैं बिहार कैडर की यह महिला IAS अफसर, जिन्हें UPSC में मिली बड़ी जिम्मेदारी? जानें... Bihar human rights violation: थाना लॉक-अप में युवक की पिटाई का मामला गरमाया, मानवाधिकार आयोग ने SSP मुजफ्फरपुर को भेजा नोटिस! Bihar Teachers: पटना हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, प्राइवेट कॉलेज के इन शिक्षकों को वेतन के साथ-साथ पेंशन का भी मिलेगा लाभ

अजमेर दरगाह शरीफ का हो सकता है सर्वे, कोर्ट हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनवाई करने को तैयार

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 27 Nov 2024 06:35:29 PM IST

अजमेर दरगाह शरीफ का हो सकता है सर्वे, कोर्ट हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनवाई करने को तैयार

- फ़ोटो

DESK: यूपी के जामा मस्जिद के बाद अब राजस्थान के अजमेर में स्थित दरगाह शरीफ के सर्वे का काम जल्द ही शुरू हो सकता है। राजस्थान की नीचली अदालन ने हिंदू पक्ष की उस याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है जिसमें दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया गया था।


दरअसल, हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में एक याचिका दायर कर दरगाह शरीफ के सर्वे की मांग की थी। हिंदू पक्ष ने याचिका के साथ एक सबूत भी पेश किया और उस जगह पर पूजा करने की अनुमति मांगी है और साथ ही साथ पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण कराने की भी मांग की थी।


हिंदू पक्ष का दावा है कि दरगाह की जमीन पर पहले भगवान शिव का मंदिर था। मंदिर में पूजा और जलाभिषेक होता था। साल 1911 में लिखी पुस्तक का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि दरगाह परिसर में मौजूद 75 फीसद लंबे बुलंद दरवाजे के निर्माण में मंदिर के मलबे का अंश है वहीं तहखाने में गर्भगृह होने के प्रमाण मिलने की बात कही गई है।


बता दें कि मंगलवार को भी इस मामले की सुनवाई होनी थी लेकिन अदालत सुनवाई के लिए 27 नवंबर की तारीख निर्धारित कर दी थी। पिछली सुनवाई के दौरान सबूत के तौर पर हिंदू पक्ष ने एक खास किताब पेश किया था जिसमें दावा किया गया था कि वहां एक मंदिर था।