ASP साहब अपने घर बुलाकर शरीर में तेल लगवाते और पैर दबवाते हैं: सिपाहियों ने पटना के SSP को लिखा पत्र, वीडियो भी किया जारी

ASP साहब अपने घर बुलाकर शरीर में तेल लगवाते और पैर दबवाते हैं: सिपाहियों ने पटना के SSP को लिखा पत्र, वीडियो भी किया जारी

PATNA: पटना के एक पुलिस अनुमंडल में तैनात ASP  पुलिसकर्मियों को अपने घर पर बुलाकर शरीर में पैर-हाथ दबवाते हैं और शरीर में तेल लगवाते हैं। एएसपी पुलिस के सिपाहियों से अपने कपड़े भी धुलवाते हैं। राजधानी पटना में तैनात 7 पुलिसकर्मियों ने पटना एसएसपी को पत्र लिखकर अपनी पीड़ा बतायी है। पुलिसकर्मी ये कह रहे हैं कि उनके पास अपने आरोपों की पुष्टि के लिए सबूत भी है। एएसपी की करतूतों का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। 


वैसे ये एएसपी काफी पहले से चर्चित रहे हैं। वे काफी दिनों तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निजी सुरक्षा में तैनात रह चुके हैं। पहले भी कई विवादों में उनका नाम आ चुका है। लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन अब 4 महिला पुलिसकर्मियों समेत 7 सिपाहियों ने गंभीर आरोप लगाया है। वे सारे ये कह रहे हैं कि आरोपों की पुष्टि के लिए उनके पास सबूत भी है।


फुलवारीशरीफ के ASP पर गंभीर आरोप, पढ़िये पूरी शिकायत

ये आरोप लगा है पटना के फुलवारीशरीफ में ASP पद पर तैनात मनीष कुमार पर. कुल 7 सिपाहियों ने पटना के SSP को पत्र लिख कर अपनी पीड़ा बतायी है. हम उन सिपाहियों द्वारा लिखे गये शिकायती पत्र को आपके सामने रख रहे हैं. पढिये उन्होंने क्या लिखा है.

सेवा में, 

वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना.

महाशय, 

हम 06 पुरुष और 04 महिला सिपाही कुल 10 पुलिसकर्मी  दिनांक 27.08.22 को पुलिस केन्द्र से आदेश पत्र लेकर अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, फुलवारी शरीफ, पटना के पास बज्र लेकर QRT एवं विधि-व्यवस्था ड्यूटी करने हेतु योगदान दिये. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महोदय (ASP) , फुलवारी शरीफ द्वारा हम सभी पुरुष पुलिसकर्मियों को अपने आवास पर बुलाकर विधि-व्यवस्था ड्यूटी न लेकर अपने निजी कार्यों यथा पैर दबवाना, पूरे शरीर में तेल लगवाने, कपड़ा साफ करवाने का काम करवाया इसके अलावे अन्य बहुत सारे काम करने हेतु आदेशित किया जाता है और नहीं करने पर मारपीट किया जाता है. साथ ही निलंबित करने का धमकी भी दिया जाता है, जिसका उल्लेख इस आवेदन में करने में हम लोगों को काफी शर्मिंदगी महसूस हो रही है।


पुलिस में आकर अपराध कर दिया

पुलिसकर्मियों ने लिखा है- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महोदय, के इस प्रकार के अमानवीय कृत से हमलोग काफी तंग हो चुके हैं और हमलोगों में से एक-दो पुलिसकर्मी डिप्रेशन के भी शिकार हो चुके हैं, जिसके कारण किसी अप्रिय घटना को घटित होने से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है. जब कभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा अपने आवास पर बुलाया जाता है तो हमलोग उनके अमानवीय कृत को याद कर काफी डर जाते हैं और यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि शायद हमलोग सिपाही के पद पर नियुक्त होकर कोई बड़ा अपराध कर दिये हैं।


आवेदन देने वाले सिपाहियों ने एसएसपी को लिखा है- हम सभी पुलिसकर्मी आपका ही एक अंग है और आपके ही सहारे हम लोग किसी संस्थान या किसी स्थान पर रात-दिन बिना किसी डर-भय के निर्भिक होकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते रहते हैं.  हम सभी लोगों को पूर्ण विश्वास रहता है कि हमलोगों के साथ उत्पन्न किसी भी प्रकार के समस्याओं को सुनने एवं निदान करने के लिए एक अभिभावक स्वरूप सदैव तत्पर रहते हैं वह और कोई नहीं बल्कि महोदय आप(SSP)  हैं. उसी उम्मीद एवं आशा के साथ हमलोग इस अभ्यावेदन के माध्यम से भवदीय से सादर अनुरोध कर रहे हैं कि उपरोक्त तथ्यों के आलोक में जाँच कर हमलोगों के संबंध में यथोचित निर्णय लेते हुए आदेशित करने की कृपा की जाय.  आवश्यकता पड़ने पर साक्ष्य भी आपके समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।


सिपाहियों का ये पत्र औऱ उसके साथ साथ एक वीडियो भी वायरल हुआ है. जिसमें फुलवारी के एएसपी सिपाहियों से हाथ पैर दबवा रहे हैं. फर्स्ट बिहार झारखंड इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. हालांकि फुलवारी के एएसपी पद पर तैनात मनीष कुमार अक्सर विवादों में रहे हैं. वे लंबे समय तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निजी सुरक्षा में तैनात रहे हैं. कई विवादों में पड़ने के बावजूद उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।