आरा सदर अस्पताल में प्रवेश से पप्पू यादव को रोका गया, सरकार की गलतियों को छिपाने के लिए ऐसा किया गया- पप्पू यादव

आरा सदर अस्पताल में प्रवेश से पप्पू यादव को रोका गया, सरकार की गलतियों को छिपाने के लिए ऐसा किया गया- पप्पू यादव

ARRAH: आरा सदर अस्पताल में कोविड वार्डो का जायजा लेने एवं मरीजों का हाल-चाल जानने पहुंचे जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को प्रशासन की टीम ने गेट पर ही रोक दिया। निषेधाज्ञा लागू होने के कारण उन्हें अस्पताल परिसर में प्रवेश से रोका गया। प्रतिबंधित क्षेत्र होने के कारण मरीज और उनके परिजनों को ही अस्पताल में प्रवेश करने की अनुमति दी गयी है। आरा सदर अस्पताल में प्रवेश से रोके जाने पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि धारा 144 लागू होने की बात कह जनप्रतिनिधि को अस्पताल में जाने से रोका गया है। लेकिन विपक्ष की जो जिम्मेवारी है उसे हम कर रहे हैं। पप्पू यादव ने कहा कि सरकारी व्यवस्था को देखने हम यहां आए है ताकि उसे सरकार के समक्ष रखा जाए जिससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सके। पप्पू यादव ने आरा सदर अस्पताल को मौत का कुंआ बताया। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के लगभग सभी अस्पतालों का हाल यही है। सरकारी रोकेगी तब हम रुकेंगे लेकिन काले कारनामे को उजागर करते रहेंगे।



 जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को प्रशासन की टीम ने आरा सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर ही रोक दिया। इस पर पप्पू यादव ने कहा कि मुजफ्फरपुर, गया सहित कई अस्पतालों का हमने जायजा लिया और वहां की कमियों को उजागर किया। लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि आरा सदर अस्पताल में प्रवेश करने से हमें रोका गया। सरकार की गलतियों को छिपाने के लिए ऐसा किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार में अस्पतालों की हालत ठीक नहीं है। विभिन्न अस्पतालों का जायजा लेकर हमने सरकार को वहां की स्थितियों से अवगत कराया। हम तो सरकार को कॉपरेट कर रहे हैं। प्रशासन की अपनी जिम्मेदारी है और मेरी अपनी जिम्मेदारी है। वही परिजनों ने बताया कि तीन हफ्ते से आरा सदर अस्पताल में पानी नहीं है और ना ही यहां सफाई की कोई व्यवस्था हैं। 



पप्पू यादव ने बताया कि बिहार में अस्पतालों के हालात ठीक नहीं है। मरीज के साथ पांच-पांच लोग रह रहे हैं। मंत्री और सांसद के लिए कोई कानून नहीं है। वही जनप्रतिनिधि की जो जिम्मेदारी होती है उसे भी करने नहीं दिया जा रहा है। आरा सदर अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन भी किसी को नहीं दिया गया है। यही कारण है कि आरा के कई लोग हमारे आवास पर रेमडेसिविर के लिए पहुंच रहे हैं। कोरोना की भयावह स्थिति में माफिया वसूली कर रहे हैं। पप्पू यादव ने सरकार से मांग किया है कि प्राइवेट नर्सिंग होम और एम्बुलेंस का दर तय किया जाए। अस्पताल में टास्क फोर्स का गठन किया जाए। रिटायर्ड पदाधिकारियों और सिनियर डॉक्टरों को अस्पताल में इलाज की जिम्मेदारी सौंपी जाए।



पप्पू यादव ने कहा कि मैं कानून का पालन करुंगा लेकिन आप अपनी गलतियों को कब तक छुपाएंगे। परिजन खुद अस्पताल की पोल खोल रहे हैं। अस्पताल का वार्ड ब्याय जब तक पैसे नहीं लेता कोई काम नहीं करता है। झोपड़ी से सचिवालय तक लोग मर रहे है। दुल्हन की तरह श्मशान को सजा दिया गया कोई परिवार नहीं होगा जिसके रिश्तेदार की मौत नहीं हुई है। ये सभी लोग कोरोना से नहीं बल्कि सरकारी व्यवस्था से मर रहे हैं। ऑक्सीजन के लिए लिक्विड नहीं है तो कहां से ऑक्सीजन मरीजों को देंगे। ऑक्सीजन सिलेंडर गुजरात और मुबई से नहीं आ रही है। आखिर बिहार के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में 500 से ज्यादा मौतें रोजाना हो रही है। भारत में पचास हजार से अधिक मौतें हो रही है जिसके आंकड़ों को छिपाया जा रहा है। बिना कोई सुविधा के आखिर स्थिति में कैसे सुधार होगा। पप्पू यादव के रोकने से क्या मौतें रूक जाएगी।