आरा में महिला ने 4 बच्चों को दिया जन्म, परिवार में खुशी की लहर

आरा में महिला ने 4 बच्चों को दिया जन्म, परिवार में खुशी की लहर

ARRAH: आरा में एक प्रेग्नेंट महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। महिला को पहले से एक लड़का और एक लड़की है अब वो चार और बच्चों की मां बन गयी है। ज्ञानती देवी अब छह बच्चों की मां हो गयी हैं। चार बच्चों के जन्म की खबर मिलते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गयी। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। बच्चों को देखने के लिए महिला के परिवारवाले अस्पताल में पहुंचने लगे हैं सभी बच्चों की एक झलक पाना चाहते हैं लेकिन अभी सभी बच्चों को डॉक्टर की देखरेख में अलग वार्ड में रखा गया है।


आरा के शांति मेमोरियल प्राइवेट नर्सिंग होम में बक्सर के नैनीजोर थाना क्षेत्र के छोटकी नैनीजोर गांव निवासी भरत यादव की 32 वर्षीय पत्नी ज्ञानती देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद भर्ती कराया गया था। जहां गर्भवती महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया।इन बच्चों के जन्म की खबर के बाद भरत यादव के पूरे परिवार में खुशी की लहर छा गई। वही एक साथ चार बच्चों के जन्म से मां ज्ञानती देवी और पिता भरत यादव बेहद खुश हैं और वो फूले नहीं समा रहे हैं। जबकि बच्चों के सुरक्षित प्रसव के लिए महिला चिकित्सक डॉ.गुंजन सिंह और पति डॉ. विकास सिंह ने ऑपरेशन से सफल प्रसव कराया। 


डॉक्टर की मानें तो नवजात चारों बच्चे और महिला स्वस्थ है.महिला के गर्भ में एक साथ चार बच्चे पल रहे थे। इस बात की जानकारी अल्ट्रासाउंड के जरिए पता चला था लेकिन चारों बच्चे लड़के हैं इसका अंदाजा किसी को भी नहीं था। ऑपरेशन के दौरान जब पता चला कि महिला के गर्भ में एक नहीं बल्कि चार लड़के हैं तो सभी प्रफुल्लित हो गए और हमारी टीम ने सफल ऑपरेशन करके महिला के गर्भ से चारों बच्चे ने जन्म लिया। 


महिला चिकित्सा गुंजन सिंह इस सफल ऑपरेशन के बाद काफी खुश है और उनका कहना है कि इसके पहले उनके अस्पताल में एक साथ चार बच्चे का जन्म पहली बार हुआ है। इधर एक साथ चार बेटों के जन्म से पिता भरत यादव काफी खुश नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि पहले से एक लड़का और एक लड़की है। इसके बाद आज एक साथ चार बेटों ने जन्म दिया है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद परिवार के सभी लोग काफी खुश है। 


सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है जच्चा-बच्चा दोनों ही सुरक्षित है। बहरहाल एक साथ चार बच्चों के जन्म के बाद अस्पताल में यह कौतूहल का विषय बना हुआ है। अस्पताल में मरीज का इलाज कराने आए परिजन भी चारों बच्चों को देखने के लिए काफी लालायित नजर आ रहे हैं लेकिन अभी किसी को बच्चों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। बच्चों को चिकित्सकों की देखरेख में अलग वार्ड में रखा गया है। कुछ देर बाद सभी बच्चों को मां के पास भेजा जाएगा।