ARA : बिहार में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. आरा में आईपीएस अफसर से लेकर डीएसपी तक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. इसी बीच एक बड़ी खबर भोजपुर जिले से निकल कर सामने आई है. जिससे प्रशासनिक महकमे के हाथ-पांव फुल गए हैं. दरअसल बीच सड़क पर उतरकर कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने हंगामा किया है.
मामला भोजपुर जिले के जगदीशपुर अनुमंडल इलाके की है. जहां आरा-मोहनिया एनएच-30 पर दुलौर गांव के पास कोरोना मरीजों ने जमकर प्रदर्शन किया है. एक बड़ी लापरवाही प्रशासनिक महकमे की देखी जा रही है. कोरोना मरीजों का आरोप है कि दो दिन से उन्हें भोजन नहीं दिया जा रहा है. जिसके कारण दर्जनों की संख्या में कोरोना मरीज आईसोलेसन सेंटर से निकलकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सड़क पर कोरोना संक्रमितों के प्रदर्शन के बाद आसपास के इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया है.
कुव्यवस्था को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे कोरोना मरीजों की खबर सुनते ही प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया. मरीजों ने अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. आनन-फानन में अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने मरीजों को समझाने की कोशिश की. अधिकारियों का कहना है कि दो दिन से मरीज शिकायत कर रहे हैं. भोजपुर जिले के सिविल सर्जन भी मिलने आये थे. लेकिन उसके बाद क्या हुआ. इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है.
कोरोना मरीजों के प्रदर्शन को लेकर जब फर्स्ट बिहार की टीम ने जगदीशपुर के अनुमंडल अनुमंडल पदाधिकारी से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि 'हां, मरीजों को लो क्वालिटी (ख़राब खाना) भोजन दिया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि क्वांटिटी भी काम है, यानी कि कोरोना मरीजों को भोजन भी कम मात्रा में दिया जा रहा है.'
इस मामले की सूचना मिलते ही हरकत में आये भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने फौरन एक्शन लेते हुए सिविल सर्जन और जगदीशपुर बीडीओ को सख्त निर्देश देते हुए स्वास्थ्य, सफाई एवं भोजन की गुणवत्ता आदि को अविलंब सुधारने को कहा. इसके साथ ही उन्होंने जगदीशपुर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को वैसे सुरक्षा कर्मियों और अन्य व्यक्तियों को चिंहित करने को कहा जिनकी लापरवाही से कोरोना संक्रमित मरीज सड़क पर उतर आये. इस घटना को लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी आपत्ति जताई है.