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PATNA : बिहार कांग्रेस के नये प्रभारी भक्तचरण दास के चरण जहां भी पड़ रहे हैं वहीं गदर मच जा रहा है. बिहार के सभी जिलों के भ्रमण पर निकले भक्तचरण दास आज जब आरा पहुंचे तो पार्टी की एक पूर्व एमएलसी ने बैठक में बवाल खड़ा कर दिया. भक्तचरण दास कार्यकर्ताओं को क्या समझाते अपनी वरीय नेत्री को ही शांत करने में लगे रह गये. एक दिन पहले गोपालगंज में भी भक्तचरण दास के सामने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बवाल खड़ा कर दिया था.
आरा में कांग्रेस की बैठक में हंगामा
बिहार कांग्रेस के नये प्रभारी आज भोजपुर जिला कांग्रेस की समीक्षा करने आरा पहुंचे थे. मंच पर ही पूर्व एमएलसी और कांग्रेस की वरीय नेत्री डॉ ज्योति बैठी थीं. जैसे ही बैठक शुरू हुआ डॉ ज्योति ने हंगामा खड़ा कर दिया. वे मंच से ही चीखने लगीं. महिला नेत्री का रौद्र रूप देखकर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सकते में आ गये. संगठन को मजबूत करने पर विचार करने के बजाय महिला नेत्री को शांत करना ज्यादा जरूरी लगा.
डॉ ज्योति का आरोप था कि विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने कांग्रेस का गला काट दिया. भोजपुर जिले में एक भी सीट नहीं दी. बिहार भर में ऐसी छांटी हुई सीटें दी गयीं जहां कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं था. दरअसल डॉ ज्योति इस बात से भी खफा थीं कि वे जिस सीट से दावेदार थीं, राजद ने वो सीट भी कांग्रेस को नहीं दी.
बैठक में हंगामे के बाद आलम ये हुआ कि कांग्रेसी नेता उन्हें शांत करने में ही रह गये. भक्तचरण दास खुद डॉ ज्योति को समझाने बुझाने में लगे रहे. कुछ कांग्रेसी नेता डॉ ज्योति के पास पहुंच कर उन्हें शांत रहने को कहने लगे. लेकिन वे शांत ही नहीं हो रही थीं. काफी देर तक ये सिलसिला चलता रहा. बड़ी मशक्कत से डॉ ज्योति शांत हुईं.
वैसे कांग्रेस का आलम ये है कि कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता पार्टी की बैठकों में अपनी ताकत की नुमाइश कर रहे हैं. भक्तचरण दास जब कांग्रेस के प्रभारी बन कर बिहार पहुंचे तो सदाकत आश्रम में हुई पार्टी की पहली बैठक में ही जमकर हंगामा हुआ. रविवार को जब वे गोपालगंज गये तब भी खूब हंगामा हुआ था.