BANKA : लोकसभा चुनाव के बीच एक दुखद खबर कश्मीर से सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा इलाके के जबलीपोरा में आतंकी हमले में गंभीर रूप से जख्मी प्रवासी मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह प्रवासी मजदूर बिहार के बांका जिले का रहने वाला था। इस घटना के बाद उसके परिजनों में मातम का माहौल है।
वहीं, इस घटना में घायल युवक की पहचान नवादा बाजार सहायक थानाक्षेत्र के नवादा बाजार निवासी 30 वर्षीय राजा साह के रूप में हुई है। बेटे की मौत की जानकारी मिलने के बाद मां नीरा देवी के आंसू नहीं रुक रहे हैं। आतंकियों की ओर से हुए इस हमले में राजा साह की गर्दन और पेट में दो गोली लगी है। यह प्रवासी मजदूर राजा साह अनंतनाग के जबलीपोरा में अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहता था। यहां उसने पकोड़े की रेहड़ी लगा रखी थी। इसी दौरान आतंकी उसकी रेहड़ी के पास आए और गोलियां बरसा कर भाग निकले। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई।
वहीं, मृतक राजा साह के पिता शंकर साह का वर्ष 2011 में ही निधन हो गया था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी राजा साह और उसके बड़े भाई मिथुन पर ही थी। उसका बड़ा भाई गांव में रहकर मजदूरी करता है। घर के लोगों ने बताया कि राजा 10-12 साल पहले अपने साढ़ू के साथ जम्मू-कश्मीर रोजी-रोजगार के लिए गया था। वह वर्तमान में अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ अनंतनाग के जबलीपोरा में रहकर पकोड़े की रेहड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था।
इस घटना के बाद राजा साह की मां नीरा और पत्नी सुमन देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उसके तीन मासूम बेटे अंकुश, विशु और छोटू हैं। जिन्हें पता भी नहीं कि उसके साथ क्या हुआ है? बड़े पुत्र की उम्र 8 वर्ष, मंझले की 5 और छोटे की उम्र करीब 2 साल है। भाई मिथुन साह और भाभी सोनी देवी भी गहरे शोक में हैं। घर वालों ने बताया कि उन्हें गोली लगने की सूचना बुधवार की रात करीब नौ बजे मिली थी।
उधर, घटना की सूचना के बाद नवादा-खरौनी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि दयाशंकर सिंह समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्हें सरकारी मुआवजा आदि दिलाने का भरोसा भी दिलाया।