पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: PRASHANT KUMAR Updated Fri, 04 Sep 2020 01:31:04 PM IST
DARBHANGA : कोरोना संक्रमण के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई थी, जिसका उद्देश्य था कि देश भर के लोगों को राशन को लेकर किसी प्रकार की परेशानी न हो. लेकिन बिहार में ठीक तरीके से अनाज का वितरण नहीं होने की वजह से अगस्त माह समाप्त होने के बाद भी राशन वितरण का मात्र 24 प्रतिशत ही हो पाया है. वहीं, बिहार सरकार के खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि बाढ़ की वजह से अनाज का उठाव नहीं हो पाया. लेकिन पानी घटते ही हम लोग युद्ध स्तर पर वितरण शुरू कर दिए हैं.
मदन सहनी ने कहा कि बिहार के आधे से ज्यादा जिलों में बाढ़ का पानी था, जिसकी वजह से सही समय पर अनाज का उठाव नहीं हो पाया इसलिए देर हुई है. लेकिन हम लोग अभी वितरण का कार्य प्रारंभ किए हैं और अभी हम लोग 24% अनाज का वितरण कर चुके हैं. शेष बचे हुए सभी लाभुकों को हम लोग जल्द अनाज पहुंचाएंगे. इसके लिए हम लोगों ने अवधि विस्तार का समय ले रखा है. वहीं, उन्होंने कहा कि अब अनाज पहुंचाने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है.
खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में सभी लोगों ने बहुत बेहतरीन ढंग से काम किया है । इसका नतीजा है कि इतने लंबे समय तक लॉकडाउन रहने के बावजूद भी कोई व्यक्ति किसी के सामने हाथ फैलाने के लिए नहीं गया. उन्होंने कहा कि इससे पहले जितनी भी महामारी हुई, उसमें हम लोगों ने देखा है कि बीमारी से ज्यादा लोग भुखमरी के शिकार होते थे. लेकिन इस बार की महामारी के दौरान पूरे देश के अंदर ये शिकायत सुनने को नहीं मिला कि कहीं भी कोई भुखमरी का शिकार हुआ है.