PATNA : बिहार के डीजीपी पद से रिटायर होने के बाद बच्चों को IIT की तैयारी कराने में लगे अभयानंद ने अपने नाम से चल रहे अभयानंद सुपर 30 छोड़ दी है. अभयानंद सुपर 30 के संचालक अमरेंद्र धारी सिंह थे. उन्हें RJD ने राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बना दिया है. इसके बाद भी पूर्व डीजीपी ने इस संस्थान से खुद को अलग कर लेने का फैसला लिया है.
फेसबुक पोस्ट लिख कर किया एलान
अभयानंद ने फेसबुक पोस्ट लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा है. “ मैं मूलतः एक शिक्षक हूं और अपने जीवन काल में जब कभी भी किसी ने मेरी सेवा लेनी चाहिए , मैंने कभी ना नहीं की लेकिन इस शर्त के साथ की सहयोगी कहीं से भी मेरे नाम का कोई राजनीतिक उपयोग नहीं कर सकें.”
पूर्व DGP ने अपने पोस्ट में लिखा है
" अभयानंद सुपर 30 के कर्ता धर्ता अब एक राजनीतिक दल के साथ परोक्ष रूप से जुड़ गए है , फिर इस स्थिति में चल रहे ' अभयानंद सुपर 30' के नाम से खुद का नाम हटा रहा हूं”
छात्रों का क्या होगा
अब सवाल ये है कि उन छात्रों का क्या होगा जो अभयानंद सुपर 30 में पढ़ाई कर रहे हैं. अमरेंद्र धारी सिंह उनके कोचिंग से लेकर रहने-खाने का खर्च उठा रहे थे. वे अभी भी इस काम को जारी रखने के लिए तैयार हैं. लेकिन अब अभयानंद पढाने के लिए तैयार नहीं है. हालांकि अभयानंद ने डायरेक्टली य़े नहीं कहा है लेकिन जब अपने नाम को ही अलग कर रहे हैं तो मतलब यही निकाला जा रहा है कि वे इस संस्थान को छोड़ रहे हैं.