ब्रेकिंग न्यूज़

शिवहर में भीषण सड़क हादसा, दो युवकों की हालत गंभीर अररिया: दो साइबर ठग गिरफ्तार, सीएसपी खातों के जरिए ठगी का खुलासा KATIHAR: रेलवे फाटक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आया बुजुर्ग, मौके पर ही दर्दनाक मौत मुजफ्फरपुर जंक्शन पर 24 लाख की विदेशी इलायची जब्त, राजधानी एक्सप्रेस से भेजा जा रहा था दिल्ली शिवहर पुलिस की कार्रवाई, हथियार के साथ एक अपराधी गिरफ्तार बेतिया में बड़ी कार्रवाई: सात साइबर अपराधियों को पुलिस ने दबोचा, 3 लाख कैश भी बरामद Bihar News: भागलपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस पर फिर से पथराव, कोच C-4 की खिड़कियां टूटीं Bihar News: भागलपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस पर फिर से पथराव, कोच C-4 की खिड़कियां टूटीं फुहा फुटबॉल महासंग्राम: दूसरे दिन एकौना ने पिरोटा को हराकर दर्ज की शानदार जीत फुहा फुटबॉल महासंग्राम: दूसरे दिन एकौना ने पिरोटा को हराकर दर्ज की शानदार जीत

अमित शाह ने RJD से तुड़वाया था गठबंधन, ललन सिंह बोले- तेजस्वी को IRCTC केस में फंसाने के लिए शाह ने रची थी साजिश

1st Bihar Published by: Updated Sat, 24 Sep 2022 04:56:29 PM IST

अमित शाह ने RJD से तुड़वाया था गठबंधन, ललन सिंह बोले- तेजस्वी को IRCTC केस में फंसाने के लिए शाह ने रची थी साजिश

- फ़ोटो

PATNA : जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ललन सिंह ने कहा है कि अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बड़ी साजिश की है। उन्होंने अमित शाह पर 2017 में आरजेडी के साथ जेडीयू के गठबंधन को तोड़वाने का आरोप लगाया है। ललन सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अमित शाह ने महागठबंधन को तोड़ने और तेजस्वी यादव को IRCTC घोटाले में फंसाने की साजिश रची थी। महागठबंधन से अलग करने के लिए ही अमित शाह ने IRCTC मामले को उछाला था। ललन सिंह के इस खुलासे के बाद एक बार फिर बिहार की सियासत गरमाने की संभावना है।


ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह ने नीतीश कुमार पर जो आरोप लगाए हैं वह सफेद झूठ है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ धोखा नहीं किया बल्कि अमित शाह ने नीतीश कुमार के खिलाफ खडयंत्र रचने की कोशिश की। साल 2017 में जब नीतीश कुमार महागठबंधन में थे तो महागठबंधन से उनको अलग करने के लिए अमित शाह ने आईआरसीटीसी का मामला उछाला। अमित शाह के खडयंत्र के कारण नीतीश कुमार महागठबंधन के अलग हो गए जो एक बड़ी भूल थी।


2017 के बाद से 2022 तक आईआरसीटीसी मामले का कुछ नहीं हुआ। लेकिन 2022 में जब फिर से नीतीश कुमार महागठबंधन में चले गए तो सीबीआई की तरफ से समाचार पत्रों में तेजस्वी यादव की जमानत को रद्द करने का आवेदन दिया गया। आखिर क्या कारण है कि अमित शाह सीबीआई को पालतू तोता बनाकर रखना चाहते हैं। केंद्र सरकार के कारनामों के कारण आज देश में सीबीआई की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है। 


2022 में नीतीश कुमार को कमजोर करने और उनके प्रभाव को कम दिखाने के लिए एक बार फिर से अमित शाह ने खडयंत्र किया। जेडीयू को कमजोर करने के लिए एक क्षेत्रीय दल को खड़ा किया। उस दल में बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगा दिया। बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में उस दल के उम्मीदवार बनें। यह पूरी साजिश अमित शाह के नेतृत्व में रची गई।