PATNA : जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ललन सिंह ने कहा है कि अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बड़ी साजिश की है। उन्होंने अमित शाह पर 2017 में आरजेडी के साथ जेडीयू के गठबंधन को तोड़वाने का आरोप लगाया है। ललन सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अमित शाह ने महागठबंधन को तोड़ने और तेजस्वी यादव को IRCTC घोटाले में फंसाने की साजिश रची थी। महागठबंधन से अलग करने के लिए ही अमित शाह ने IRCTC मामले को उछाला था। ललन सिंह के इस खुलासे के बाद एक बार फिर बिहार की सियासत गरमाने की संभावना है।
ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह ने नीतीश कुमार पर जो आरोप लगाए हैं वह सफेद झूठ है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ धोखा नहीं किया बल्कि अमित शाह ने नीतीश कुमार के खिलाफ खडयंत्र रचने की कोशिश की। साल 2017 में जब नीतीश कुमार महागठबंधन में थे तो महागठबंधन से उनको अलग करने के लिए अमित शाह ने आईआरसीटीसी का मामला उछाला। अमित शाह के खडयंत्र के कारण नीतीश कुमार महागठबंधन के अलग हो गए जो एक बड़ी भूल थी।
2017 के बाद से 2022 तक आईआरसीटीसी मामले का कुछ नहीं हुआ। लेकिन 2022 में जब फिर से नीतीश कुमार महागठबंधन में चले गए तो सीबीआई की तरफ से समाचार पत्रों में तेजस्वी यादव की जमानत को रद्द करने का आवेदन दिया गया। आखिर क्या कारण है कि अमित शाह सीबीआई को पालतू तोता बनाकर रखना चाहते हैं। केंद्र सरकार के कारनामों के कारण आज देश में सीबीआई की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है।
2022 में नीतीश कुमार को कमजोर करने और उनके प्रभाव को कम दिखाने के लिए एक बार फिर से अमित शाह ने खडयंत्र किया। जेडीयू को कमजोर करने के लिए एक क्षेत्रीय दल को खड़ा किया। उस दल में बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगा दिया। बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में उस दल के उम्मीदवार बनें। यह पूरी साजिश अमित शाह के नेतृत्व में रची गई।