PATNA: निर्भया के दोषी अक्षय ठाकुर के प्रति गांव के लोगों में नफरत है. यही नहीं कई ग्रामीणों ने फांसी पर इतना तक कह दिया कि अच्छा हुआ वह निपट गया. गांव के नाम पर वह कलंक था. अक्षय के कारण गांव की बदनामी हुई है.
जैसी करनी वैसी मिली सजा
मुखिया मालती देवी समेत कई लोगों ने कहा कि अक्षय ने जैसा किया उसे वैसी ही सजा मिल रही है. उसके फांसी का दुख जरूर है.लेकिन जो जैसा करता है उसको उसके किए की सजा मिलती है. गांव को तो उसने बदनाम किया ही उसने अपने परिवार को भी नारकीय स्थिति कर दिया है.
पूरे गांव को कर दिया बदनाम
गांव के लोगों ने कहा कि उसका नाम लेना बेकार है. उसने पूरे गांव की बदनाम कर दिया था. गांव की इज्जत उसने मिट्टी में मिला दी थी. क्योंकि अक्षय के कारण इस गांव की बदनामी हुई. जब दिल्ली में घटना को अंजाम देकर अक्षय गांव भागकर आया था तो गांव से ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी. जिससे गांव का नाम चर्चा में आ गया था. बता दें कि आज सुबह साढ़े पांच बजे निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दिया गया.