अक्षय कुमार ने कोरोना को गंभीर समस्या न समझने वालों की लगाई क्लास,कहा-जान है तो जहान है

अक्षय कुमार ने कोरोना को गंभीर समस्या न समझने वालों की लगाई क्लास,कहा-जान है तो जहान है

DESK : देश में कोरोना वायरस पहले के मुकाबले अब काफी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है. कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है. इस के लिए हम सरकार या स्वास्थ व्यवस्था को केवल दोषी नहीं ठहरा सकते. गैर जिम्मेदाराना हरकतें कर के हम इस वायरस के खतरे को और बढ़ा रहे है.

कल ही खबर आई थी कि सिंगर कनिका कपूर कोरोना से पीडित है. कुछ दिनों पहले  ही वो लंदन से लौटी थी. विदेश से वापस आने के बाद उन्हें अपने घर में 15 दिन तक आइसोलेशन में रहना और कम से कम लोगों से मिलना चाहिए था. पर उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस के विपरीत वो लखनऊ के ताज होटल में पार्टी की. इस पार्टी में शहर के तमाम बड़े लोग मौजूद थे. बाद में वो कानपूर अपने रिश्तेदारों से मिलने भी गई थी. उनके इस कारनामे की वजह से ये बीमारी अब देश के राष्ट्रपति तक भी पहुच सकती है. जब से ये बात सामने आई है उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को अब सुरक्षा कारण से आइसोलेशन में रखा जा रहा है.

कनिका जैसे कई लोग इस वायरस को लेकर सीरीयस नहीं हैं. वे विदेश से आकर खुद को होम क्वॉरंटाइन करने की बजाय बाहर घूम रहे हैं. अब उन्ही लोगों की अक्षय ने क्लास लगाई है. अक्षय कुमार ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह लोगों को समझा रहे हैं कि कैसे हम सब को कोरोना वायरस से इस लड़ाई में जीत हासिल करना होगा है.

अक्षय ने 2:45 सेकंड के इस विडियो में कहा कि  मुंबई एयरपोर्ट पर जो लोग बाहर से लौटे हैं उन्हें एक स्टाम्प लगाकर होम क्वारंटाइन या होटल भेजा रहा है. ये समझाकर कि प्रिकॉशन के तौर पर 2 हफ्ते सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें. लेकिन ये लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जा रहे हैं. शादियों में, छुट्टियों पर और पार्टीज करने में व्यस्त हैं. इस तरह की सोच रखने वाले लोगों की मानसिकता समझ में नहीं आती है.




आगे अक्षय ने कोरोना वायरस को लेकर कहा, 'कोरोना वायरस छुट्टि पर नहीं है. वो काफी जोरों से काम पर है. वो इस रेस में आगे चल रहा है, लेकिन ये रेस अभी खत्म नहीं हुई है. हम इस रेस को जीत सकते हैं और हमें जीतना ही होगा. डॉक्टर्स, नर्स, पुलिस, अथॉरिटीज लोगों की मेहनत को रेस के बीच लंगड़ी ना मारें. ये पहली ऐसी रेस होगी जिसमें पहने रुकने वाला जीतेगा. इस रेस में हम सब या तो साथ में जीतेंगे या साथ में हारेंगे. बीएमसी जो आपके हाथों पर मुहर लगा रही है उसे बैज ऑफ ऑनर कहती है क्योंकि ना सिर्फ आप अपनी जान बल्कि कई लोगों की जान भी बचा रहे हैं. इस सम्मान का प्लीज अपमान ना करें. किसी ने सोच-समझकर ही कहा था कि जान है तो जहांन है.