अगुवानी पुल ध्वस्त मामले पर बोले पप्पू यादव.. SP सिंगला कंपनी के मालिक को फांसी पर लटकाना चाहिए, दर्ज हो FIR

अगुवानी पुल ध्वस्त मामले पर बोले पप्पू यादव.. SP सिंगला कंपनी के मालिक को फांसी पर लटकाना चाहिए, दर्ज हो FIR

PURNEA: बिहार में गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा 1716 करोड़ का फोरलेन पुल रेत की दीवार की तरह बीते रविवार को ध्वस्त हो गया। पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हुआ था। अगुवानी पुल के ध्वस्त होने पर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने पुल निर्माण कार्य में लगे एजेंसी एसपी सिंगला पर 302 का मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कही। यह भी कहा कि इस कंपनी के मालिक को फांसी पर लटका देना चाहिए। 


उन्होंने कहा कि यदि हिम्मत है तो इसकी स्वतंत्र जांच करायी जाए। जांच के लिए यदि कोई तैयार नहीं होता है तो समझिए दाल में काला है। पप्पू यादव ने पुल ध्वस्त मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। एसपी सिंगला कंपनी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों को पहले से पता था कि पुल टूटने वाली है। इसलिए कर्मचारियों और मजदूरों को इसकी जानकारी दिये बिना सारे इंजीनियर और अधिकारी वहां से भाग खड़े हुए लेकिन कर्मचारी वही फंसे रह गये। 


पप्पू यादव ने सवाल किया कि मजदूरों को वहां से क्यों नहीं निकाला गया?  कंपनी को आदमी से ज्यादा चिंता सामान का था कि किसी तरह मशीन और सामान को वहां से सुरक्षित निकाला जाए। ऐसे कंपनी के मालिक को फांसी पर लटकाना चाहिए। पप्पू यादव ने  सिंगला कंपनी पर 302 का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। कहा कि पुल निर्माण से जुड़े सारे अधिकारियों की संपत्तियों की जांच निगरानी से करायी जाए। पहले बीजेपी के पास पीडब्लूडी  विभाग था। इससे जुड़े लोगों की भी जांच की जाए। इसके लिए हाई लेवर जांच कमिटी का गठन किया जाए जो हाईकोर्ट के जज की मॉनिटरिंग में बनाई जाए।


उन्होंने कहा कि बिहार में सिंगला कंपनी को कोई काम ना मिले। इस पर काम करना होगा। निगरानी विभाग से अधिकारियों की संपत्ति की जांच करायी जाए। पुल निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने अब तक कितना धन कमाया इसकी जांच होनी चाहिए। जब सवाल उठाया जाता है तो बाद में समझौता भी हो जाता है। छह साल के बाद इसे लेकर सवाल उठाया गया जो बड़ा प्रश्न है। इसकी जिम्मेदारी सरकार की है। पुल निगम के सेक्रेटरी की भी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। पुल निगम पैसे कमाने का  जरिया बन गया है। यह दुधारू गाय बन चुका है। 


दरअसल ओडिशा में ट्रेन हादसे में मारे गये मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए पप्पू यादव पूर्णिया पहुंचे थे जहां उन्होंने ओडिशा हादसे और अगुवानी पुल ध्वस्त को लेकर मीडिया से बातचीत की। ओडिशा के बालसोर में बीते दिनों हुए भीषण रेल हादसे में पूर्णिया के धमदाहा थानांर्गत प्रियंकर गांव के एक ही परिवार के 3 और सोनडीहा गाँव के दो मजदूरों की मौत गई थी। आज दोनों जगहों पर जाकर मृतक के परिजनों से जाप सुप्रीमो मिले और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। प्रियंकर गांव में जाकर पीड़ित परिवार को 25,000 रुपये की आर्थिक मदद की। वहीं सोनडीहा गाँव में 30,000 रुपये की आर्थिक मदद दी। 


ओडिशा रेल हादसे पर उन्होंने कहा कि यह हादसा मोदी सरकार की लापरवाही की वजह से हुई है। पप्पू यादव ने केंद्र की मोदी सरकार ने मृतक के परिजनों को 10 लाख और नीतीश सरकार से 4 लाख मुआवजा दिये जाने की मांग की। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि जो भी मदद की जरूरत होगी इस परिवार के लिए वे करेंगे। यह बहुत दुखद घटना है। सरकार को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। सीओ तक पीड़ित परिवार को देखने नहीं पहुंचा। अभी तक पीड़ित परिवार को मुआवजे की राशि नहीं मिल पाई है। 


पप्पू यादव ने 48 घंटे के भीतर मुआवजा दिये जाने की मांग की। कहा कि आलम यह है कि अधिकारी तक बात नहीं सुनते है अक्सर अपना मोबाइल बंद रखते हैं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि शीशे के घर में रहकर बीजेपी वाले पत्थर फेंका करते हैं। नरेंद्र मोदी ने दस लाख मुआवजा दिये जाने की घोषणा की थी लेकिन एक भी व्यक्ति को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया।