PATNA: भागलपुर में गंगा पर करोड़ों की लागत से बन रहे अगुवानी पुल के ध्वस्त होने को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है। बीजेपी ने कहा है कि सरकार चाहे किसी की भी रही हो उसका कंट्रोल नीतीश कुमार के हाथ में ही होता है और वही सारे विभागों को चलाते हैं, इसलिए पुल ध्वस्त होने के लिए अगर कोई जिम्मेवार है तो वह सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार हैं। बीजेपी एमएलसी नवल किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के आस-पास कमीशनखोरों की जमात रहती है और नीतीश ने ही उन्हें संरक्षण दे रखा है।
बीजेपी के एमएलसी नवल किशोर यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार जिस सरकार का नेतृत्व करते हैं वहां किसी की नहीं चलती है। ब्यूरोक्रेसी के चट्टे बट्टे और चोरो की जमात नीतीश के ईर्द गिर्द घूमते रहते हैं। नीतीश कुमार ही सभी विभागों को चलाते हैं, मंत्री तो केवल नाम के लिए होते हैं। इसलिए इसके लिए कोई जिम्मेवार है तो वह नीतीश कुमार ही हैं। नीतीश कुमार की सरकार कमीशनखोरों की सरकार है। कमीशन लेकर ऐसी कंपनियों को काम दिया जाता है, जो या तो पैसे लेकर भाग जाती है या फिर उनके द्वारा किया गया निर्माण समय से पहले ही ध्वस्त हो जाता है।
बीजेपी एमएलसी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में जो भी काम हुए हैं उसका स्तर काफी गंदा रहा है। इसलिए पुल गिरने की पूरी जिम्मेवारी नीतीश कुमार को लेनी चाहिए। नीतीश कुमार ने ही उस कंपनी को टेंडर दिया था। जब उनसे यह पूछा गया कि सरकार में रहते हुए बीजेपी ने इसका विरोध क्यों नहीं किया तो नवल किशोर ने कहा कि बीजेपी की तरफ से सभी गलत चीजों पर सवाल उठाने का ही नतीजा हुआ कि नीतीश ने एनडीए का साथ छोड़ दिया। नीतीश कुमार के एनडीए से भागने का कारण यही है कि बीजेपी ब्यूरोक्रेसी में मौजूद लुटेरों पर अंकुश लगाने की बात करती थी, जो नीतीश कुमार को अच्छा नहीं लगता था। वहीं इस दौरान उन्होंने मंत्री तेजप्रताप यादव पर भी जमकर हमला बोला।