PATNA : मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर आज बिहार बंद है लेकिन इसे लेकर शुक्रवार को पटना में जो हंगामा हुआ उस पर प्रशासन दोषियों की पहचान करने में जुट गया है। पटना जिला प्रशासन ने शुक्रवार को हुए हंगामे को लेकर 86 लोगों को गिरफ्तार किया है और बड़ी बात यह है कि हंगामे के पीछे साथ कोचिंग संस्थानों के खिलाफ जांच जारी है। दानापुर में हुए हंगामे के बाद प्रशासन एक्शन में आया था और पटना के डीएम ने आज एसएसपी के साथ खुद मोर्चा संभाल रखा है।
पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि हिंसक प्रदर्शन के मामले में पटना में अब तक दोषियों की पहचान कर 86 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। सुरक्षाबलों को आज अलर्ट पर रखा गया है और अगर जरूरत पड़ी तो इंटरनेट सेवाएं भी पटना में बंद की जा सकती है। एसएसपी ने कहा है कि हालात के हिसाब से आगे फैसला लिया जाएगा लेकिन दानापुर और पटना में जो हंगामा शुक्रवार को हुआ उस मामले में कई कोचिंग संस्थानों की भूमिका संदिग्ध दिख रही है। ऐसे कोचिंग संस्थानों के खिलाफ जांच जारी है।
पटना के डीएम और एसएसपी ने आज सभी संवेदनशील इलाकों का खुद जायजा लिया है। लगातार सड़क पर उनकी तरफ से पेट्रोलिंग जारी है। पटना के डाकबंगला चौराहा समेत अशोक राजपथ और बाजार समिति इलाके में भी डीएम और एसएसपी ने निरीक्षण किया। सुरक्षाबलों और साथ ही साथ तैनात मजिस्ट्रेट को उपद्रवियों से सख्ती पूर्वक निपटने का निर्देश दिया है। दानापुर में हंगामे के दौरान शुक्रवार को ट्रेन में जला दी गई थी। बवाल इतना मचा था कि सड़क पर आने जाने वाले लोगों को उपद्रवियों ने निशाना बनाया था। पटना डीएम ने यह भी कहा है कि कई व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया ग्रुप के एडमिन पर भी हमारी नजर है। इन ग्रुप्स के जरिए जो मैसेज आदान प्रदान किए गए उसकी जांच जारी है और आगे इस मामले में दोषियों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।