DELHI : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान बिहार में ऑक्सीजन की बड़ी किल्लत देखी गई थी. सरकार ने इस कमी को दूर करने के लिए आधारभूत संरचना विकसित करने की तैयारी बहुत पहले शुरू कर दी थी और अब अगस्त महीने के आखिर तक इसे पूरा भी कर लिया जाएगा. दिल्ली दौरे पर पहुंचे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि अगस्त के आखिर तक बिहार में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर एक पूरा सिस्टम खड़ा हो जाएगा. कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि इसे लेकर सतर्क है और इंटर लेवल पर कई कदम उठाए गए हैं. ऑक्सीजन की किल्लत बिहार में नहीं होगी.
दिल्ली दौरे पर आए मंगल पांडे ने फर्स्ट विहार से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा है कि बिहार के अंदर स्वास्थ्य व्यवस्था को पहले से ज्यादा और दुरुस्त किया जा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्रों को दुरुस्त करने का काम चल रहा है. 100 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों को भी अपग्रेड किया जा रहा है. हमारी प्राथमिकता यह है कि स्वास्थ्य संबंधी उपकरण अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंच जाएं. यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार में स्वास्थ्य सेवा की बदहाली की जो तस्वीर कोरोना वायरस दौरान देखने को मिली थी, वही तस्वीर तीसरी लहर में भी दिखेगी. मंगल पांडे ने कहा कि ऐसा नहीं है. स्वास्थ्य केंद्रों में थोड़ी बहुत खामियां थी, जिन्हें अब दूर किया जा रहा है.
मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि वैक्सीन ही कोरोना से लड़ने का एकमात्र साधन है. राज्य सरकार ने 6 महीने में छह करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है. दिसंबर तक के हर बिहारी को वैक्सीन लग जाए. हमारी यह प्राथमिकता है. फिलहाल जिस आयु वर्ग को वैक्सीनेशन के लिए चयनित किया गया है. उन्हें शत प्रतिशत टीका लग जाए. यह हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है.
मंगल पांडे ने कहा कि बिहार के लोगों को तीसरी लहर से डरने की जरूरत नहीं है. लेकिन सतर्कता जरूरी है. तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की आशंका को देखते हुए पीकू और निक्कू जैसे वार्ड दुरुस्त किए जा रहे हैं.