PATNA: आज के टाइम में माता पिता दोनों ही वयस्थ रहते हैं। ऐसे में बच्चो के लिए समय निकलना थोड़ा मुश्किल होता है बच्चो को कम टाइम देने से अक्सर बच्चों में गुस्सा यह चिरचिराहट देखा गया हैं । पढ़ाई पर ध्यान न दे रहा हो, बात-बात पर गुस्सा कर रहा हो, शांत रहने लगे, पहले जैसा व्यवहार न कर रहा हो या अचानक व्यवहार में बदलाव आ गया हो, वह बहुत अधिक सो रहा हो या उसे नींद नहीं आती हो, उसे भूख न लगे, दिनोंदिन उस का वजन कम होने लगे, दूसरे बच्चों से मारपीट करने लगे या फिर आक्रोश को अधिक देर तक मन में बनाए रखता हो तो यह ठीक बात नहीं है ।
बच्चे को अनदेखा न करें अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गुस्सा न करे, तो इसके लिए आपको भी गुस्सा छोड़कर शांत रहना होगा। बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं। अक्सर आप जब दफ्तर से थके आते हैं तो छोटी छोटी बात पर गुस्सा करते हैं। इस आदत को बदलें। इसके अलावा अगर बच्चा गुस्सा कर रहा है, तो आप उस पर गुस्सा होने की बजाय शांत रहें। ध्यान रखें कि जिस तरह छोटी बात पर आप गुस्सा हो जाते हैं, उसी तरह बच्चे भी छोटी बातों पर भड़क जाते हैं। बच्चे से गलती होने पर कभी भी हिंसक न हों, उसे प्यार से समझाएं। क्योंकि पिटाई से बच्चा और गुस्सैल हो जाता है।
जब कभी बच्चे को गुस्सा आए, तो उसे कहीं बाहर ले जाएं और उसका ध्यान उस बात से हटाने की कोशिश करें। पेरेंट्स को हमेसा कोशिश करनी छाया की वह बच्चो के दोस्त बने ।