PATNA : एडवांटेज की ओर से लिटरेरी फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. पूरे जून माह को लिटरेरी फेस्टिवल माह मान कर हर रविवार को जूम पर 7.30 बजे से 9.00 बजे तक कार्यक्रम होगा. 7 जून को कव्वाली, 14 जून को स्टोरी टेलिंग, 21 जून को गजल गायिका राधिका चोपड़ा का कार्यक्रम, 28 को दास्ताने-गोई का कार्यक्रम होना है. इसके लिए कोर कमेटी के सदस्य कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल की ओर से आगामी रविवार 07 जून को डिजिटल प्लेटफार्म जूम पर आयोजित की जाने वाली एडवांटेज ई-जश्न -ए-कव्वाली की तैयारी जोरशोर से चल रही है. देश के प्रसिद्ध कव्वाल दिल्ली के निजामी ब्रदर्स अपना जलवा दिखायेंगे. निजामी ब्रदर्स में गुलाम साबरी निजामी तथा गुलाम वारिस निजामी शामिल हैं. यह कार्यक्रम शाम 7.30 बजे से लेकर रात 9.00 बजे तक चलेगा. इसके लिए जूम पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. यह रजिस्ट्रेशन निःशुल्क होगा. जून को लिटरेरी फेस्टिवल माह का नाम दिया गया है. जिसमें हर रविवार को जूम पर शाम 7.30 बजे से रात 9.00 बजे तक एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. 7 जून को कव्वाली, 14 जून को स्टोरी टेलिंग का कार्यक्रम होगा जबकि 21 जून को प्रसिद्ध गजल गायिका राधिका चोपड़ा का कार्यक्रम है. 28 जून को दास्ताने-गोई का कार्यक्रम है.
निजामी ब्रदर्स के बारे में : गुलाम साबीर निजामी और गुलाम वारिस निजामी सुफी स्टाइल के कव्वाली गायक हैं, जिन्हें अब तक कई पुरस्कार से नवाजा गया है. इसके अलावा ये बंधु अस्ताना गायिकी और आधुनिक कव्वाली परंपरा के प्रवर्तक भी हैं. इनका ताल्लुक सिकन्दराबाद घराना से है, जिसमें उस्ताद कुदरतुल्ला खान साहेब और उस्ताद किफायतुल्ला खान साहेब काफी चर्चित हुए हैं.
दास्ताने गोई : कई-कई दिनों तक सुनाने वाली कहानी इसमें रहती है. इसकी शुरुआत ईरान से हुई लेकिन जब यह दिल्ली के बाद लखनऊ पहुंची तो वह दास्ताने लखनऊ, 1910 में बनीं. तो दास्ताने गोई में भी कहानियां होंगी.
यह जानकारी देते हुए एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल आयोजित करने वाली सी.एस.आर. कंपनी एडवांटेज सपोर्ट के सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि लॉकडाउन में लोगों को ख़ुशी देने तथा मनोरंजन कराने के लिए हमने इन कार्यक्रमों का आयोजन किया है. उर्दू की अदब और तहजीब को बनाये रखने की खातिर एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल की स्थापना की गयी है. इसके कार्यक्रमों में दुनिया के बड़े-बड़े लोग हिस्सा लेकर साहित्य पर बातें करते हैं. उन्होंने कहा कि 30 और 31 मई को आयोजित इंटरनेशनल ई-मुशायरा काफी सफल रहा है जिसमें बड़े-बड़े षायरों ने हिस्सा लिया. यह कार्यक्रम 12 लाख लोगों के पास पहुंचा तथा इसे 30 हजार लोगों ने देखा.
उन्होंने कहा कि पिछले महिने एडवांटेज डायालॅग के भी 18 एपिसोड सफलतापूर्वक पुरे हुए जिसमें देश के जाने माने लोगों ने हिस्सा लिया और जिसे लोगों ने काफी सराहा. इस कार्यक्रम को लोगों ने जुम के अलावा यु ट्यूब तथा फेसबुक लाइव पर देखा. यह 20 लाख लोगों के पास पहुंचा तथा इसे 2 लाख लोगों ने देखा. इस महीने के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल की कोर कमेटी के सदस्य फैजान अहमद, ओबेदुर रहमान, फहीम अहमद, अहमद साद, एजाज अहमद, अनवारूल होदा, षिव चतुर्वेदी, अनवर जमाल, षोमेला, अध्यक्ष डॉ. ए.ए. हई तथा सचिव खुर्शीद अहमद काफी मेहनत कर रहे हैं.
एडवांटेज सपोर्ट : यह एडवांटेज ग्रुप की कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सी.एस.आर.) के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों का संचालन करती है. एडवांटेज सपोर्ट जन कल्याण के लिए अब तक कई कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है. गरीब और मेघावी छात्र-छात्राओं के बीच कपड़े तथा जूते भी एडवांटेज सपोर्ट बंटवाया करती है. इस साल के लोकसभा चुनाव में लोगों को वोट देने के लिए भी ‘आओ वोट दें’, कार्यक्रम का भी आयोजन कर चुकी हैं. आज से 10 वर्ष पूर्व पटना में यातायात के सुचारू संचालन के लिए मेट्रो की मांग की थी जो आज आकार लेती नजर आ रही है. इसके अलावा और भी महत्वपूर्ण कार्यक्रम जैसे अपना पटना सुन्दर पटना, पॉलिथिन बैग पर रोक, यंग वॉयसेज, माई ड्रीम फॉर माइ स्टेट, एडवांटेज कॉन्कलेव 2016, बिहार 3.0 उम्मीद की उड़ान, एडवांटेज कॉन्कलेब 2018 टूडेज एण्ड टूमौरो. सभी आयोजन बड़ी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ एवं इसकी सराहना सभी लोगो एवं सरकार ने की तथा पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने भी सराहना की थी.
एडवांटेज लिटरेरी फेस्टिवल का यह कार्यक्रम रविवार 7 जून को शाम 7.30 बजे से लेकर रात 9.00 बजे तक चलेगा. इसके लिए जूम पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा. यह रजिस्ट्रेशन निःशुल्क होगा. इस कार्यक्रम को जूम के अलावा यु ट्यूब तथा फेसबुक लाइव पर भी देख सकते हैं.