DESK : 5 मार्च को मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के साथ ही चार चुनावी राज्यों (उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर व गोवा) में मतदान पूरा हो गया। यूपी में कल 7 मार्च को अंतिम चरण का मतदान है। इसी दौरान, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने इन पांचों चुनावी राज्यों के कुल प्रत्याशियों की एक संयुक्त रिपोर्ट जारी की है।
इसके मुताबिक पांच राज्यों में चुनाव लड़ रहे कुल 6,874 प्रत्याशियों में 1,694 ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक केस दर्ज हैं। इनमें भी 1,262 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर गंभीर आरोप लगे हैं। सबसे ज्यादा 26% दागी प्रत्याशी यूपी और गोवा में हैं। अगर पार्टियों की बात करें तो पंजाब के शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने सबसे ज्यादा 68% दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। और इस मामले में यह सबसे आगे है। सपा 56% दागियों के साथ दूसरे, आरएलडी 51% के साथ तीसरे और भाजपा 38% दागियों के साथ चौथे नंबर पर है।
बात यूपी की करे तो एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, सातवें चरण में भी तमाम सियासी दलों ने बढ़ चढ़कर ऐसे प्रत्याशियों को पार्टी का टिकट थमाया है, जिन पर गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें सत्ता पर काबिज भाजपा सहित सपा, बसपा, कांग्रेस और आप भी शामिल हैं। सातवें चरण में 28 फीसदी ऐसे प्रत्याशियों को टिकट मिला है जिनके ऊपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं जबकि 22 प्रतिशत प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक अंतिम चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे 607 उम्मीदवारों में 28 फीसदी यानी 170 प्रत्याशियों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं। 131 प्रत्याशियों पर हत्या लूट, बलवा, डकैती जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। पार्टीवार बात करें तो समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के 26-26 प्रत्याशियों पर अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। बीएसपी और कांग्रेस के 20-20 प्रत्याशी आपराधिक कृत्यों के आरोपी हैं।
गंभीर अपराधों में दर्ज केस की बात करें तो एसपी के 20 प्रत्याशियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। बीजेपी के 19, बीएसपी के 13, कांग्रेस के 12 और आप पार्टी के 7 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यूपी में 37 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर हत्या का केस दर्ज है, जबकि 159 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है। 69 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर महिलाओं से जुड़े अपराध में शामिल होने का आरोप है। इनमें 11 दुष्कर्म के आरोपी भी हैं। टॉप-3 दागी प्रत्याशी यूपी के हैं। आजम (सपा) पर सबसे ज्यादा 87, उनके बेटे अब्दुल्ला (सपा) पर 43 व अतुल प्रधान (सपा) पर 38 केस दर्ज।