PATNA: उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों पर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद संसद में बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग कर रही है। जेपीसी से इस मामले की जांच कराने की मांग की लेकिन सरकार ने इसे खारिज कर दिया है। जिसके बाद पिछले 2 दिनों से संसद की कार्यवाही ठप है। इस मामले को लेकर राज्यसभा सांसद व राजद नेता मनोज झा ने भी जेपीसी के गठन की मांग की।
मनोज झा ने कहा कि केंद्र सरकार ने एलआईसी को अडानी के चरणों में समर्पित कर दिया है। लोगों के सपने को दबाया जा रहा हैं। यदि लोगों से जुड़े मुद्दे और उनकी चिंता को संसद में नहीं उठाया जाए तो देश में संसद किस काम के लिए हैं। संसद को बेजानी भारत में तब्दिल करने की कोशिश हो रही है। देश में 90% लोगों ने बीमा करा रखा है।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सांसद मनोज झा ने कहा कि सरकार एलआईसी को अडानी के चरणों में गिराकर लोगों के सपनों को ध्वस्त करना चाहती हैं। इस पर सवाल नहीं पूछा जाए तो संसद किस काम की है। अगर सरकार को लग रहा है की विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा हैं तो जेपीसी क्यों नहीं करा लेते हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन यहां दूध कम है पानी ज्यादा है।