PURNEA: पूर्णिया में थर्माकोल की बनी जुगाड़ वाली नाव अचानक पलट गयी। इस नाव पर करीब दो दर्जन लोग सवार थे जो जनाजे में जा रहे थे। नाव पूरी तरह नदी में डूब गयी और उस पर सवार लोगों ने किसी तरह तैरकर अपनी-अपनी जान बचायी।
घटना पूर्णिया जिले के अमौर की है। जहां दास नदी में बड़ा हादसा होते-होते बचा। करीब दो दर्जन लोगों को जनाजे में जाना था। लोगों ने जुगाड़ वाली नाव थर्माकोल से बनाया और नदी पार करने के लिए उस पर सवार हो गये। दबाव पड़ने से जुगाड़ वाली नाव ज्यादा देर तक पानी में नहीं रह पाई। वो अचानक बीच नदी में पलट गयी। जिसके बाद अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जिसके बाद थर्माकोल वाली नाव नदी में समा गयी और उस पर सवार लोग नदी में गिर गये। जिसके बाद किसी तरह तैरकर लोगों ने अपनी जान बचाई। तैरकर लोग नदी के किनारे पहुंचे तब जान में जान आई।
बताया जाता है कि इस इलाके में पुल नहीं रहने के कारण आवागमन में लोगों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनके पास नाव के अलावे कोई विकल्प नहीं है। उस वक्त नाव उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोगों ने जुगाड़ से थर्मोकोल की नाव बना डाली और उस पर सवार होकर नदी पार करने लगे लेकिन थर्मोकोल की बनी नाव इतने सारे लोगों का भार उठा नहीं पाई और नदी में पलट गयी। बताया जाता है कि थर्मोकोल वाली नाव पर सवार लोग जनाजा लेकर उसे कब्रिस्तान में दफनाने जा रहे थे।
दरअसल भागताहिर गांव के रहने वाले जमील का निधन हो गया था। पास में जो कब्रिस्तान है वहां पानी भरा हुआ है जिसकी वजह से शव को दफनाना संभव नहीं था। इसलिए लोग जनाजा लेकर नदी के रास्ते हरिपुर कब्रिस्तान में शव को दफनाने के लिए जा रहे थे। लोगों ने किसी तरह शव को नदी पार करा दिया लेकिन खुद नदी में गिर गये। लेकिन किसी तरह तैरकर लोग नदी से बाहर निकले। जिन्हें तैरना नहीं आ रहा था उनको भी लोगों ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया। नदी किनारे खड़े लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।