अभय कुशवाहा का नया पोस्टर : ललन इन.. उपेंद्र आउट, एक्शन लेने में JDU नेतृत्व का हाथ-पांव फूल रहा

अभय कुशवाहा का नया पोस्टर : ललन इन.. उपेंद्र आउट, एक्शन लेने में JDU नेतृत्व का हाथ-पांव फूल रहा

PATNA : जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के स्वागत में विवादित पोस्टर लगाकर सुर्खियों में आए पूर्व विधायक अभय कुशवाहा ने अपनी गलती आधी सुधार ली है. अभय कुशवाहा की तरफ से आज पटना में कई जगह पर नए पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर्स में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की तस्वीर भी नजर आ रही है. लेकिन उपेंद्र कुशवाहा को अभी भी इन पोस्टरों से बाहर रखा गया है.


रविवार को विवादित पोस्टर सामने आने के बाद जेडीयू में हड़कंप की स्थिति रही थी. पोस्टर में ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा दोनों की तस्वीर को जगह नहीं दी गई थी. बाद में इन पोस्टरों को जदयू कार्यालय के बाहर से हटा लिया गया था. सोमवार को फर्स्ट विहार से बातचीत में अभय कुशवाहा ने कहा कि उनके नेता केवल नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह है बाकी पार्टी के पद धारक हैं. पार्टी में नेताओं को कुर्सी मिलती है और जाती रहती है.  इसका मतलब यह नहीं कि सभी लोग नेता बन जाए.


अभय कुशवाहा ने यह भी कहा था कि कुछ लोग पार्टी का इस्तेमाल कर अपना चेहरा चमका रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा और ललन सिंह को लेकर अभय कुशवाहा ने दो टूक कह दिया था कि यह उनके नेता नहीं हैं. लेकिन अब अभय कुशवाहा की तरफ से जो नए पोस्टर लगे हैं, उसमें ललन सिंह की तस्वीर नजर आ रही है. 



हालांकि अभी भी उपेंद्र कुशवाहा की तस्वीर को अभय कुशवाहा ने अपने पोस्टरों में जगह नहीं दी है. आपको बता दें कि आरसीपी सिंह के स्वागत के लिए जिन नेताओं ने कमर कस रखी है, उनमें सबसे ऊपर अभय कुशवाहा का नाम है. पार्टी के सूत्रों की मानें तो अभय कुशवाहा इसके लिए मोटी रकम खर्च कर रहे हैं. पटना में सबसे ज्यादा बैनर पोस्टर लगाने का जिम्मा अभय कुशवाहा ने उठाया है. इसके अलावा जिलों से पार्टी और आरसीपी सिंह के समर्थकों को लाने का बीड़ा भी अभय कुशवाहा के कंधे पर है. 


अभय कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा और ललन सिंह को लेकर जो बयान दिया, उसके बावजूद अब तक पार्टी नेतृत्व उनसे यह पूछने का साहस भी नहीं जुटा पाया है कि आखिर उन्होंने विवादित पोस्टर क्यों लगाया. पार्टी नेतृत्व अभय कुशवाहा से इसका जवाब भी नहीं मांग पाई है कि उपेंद्र कुशवाहा और ललन सिंह को लेकर उन्होंने इस तरह के बयान क्यों दिए.


अभय कुशवाहा के ऊपर एक्शन की बात तो दूर उनको नोटिस तक जारी नहीं हो सका है. प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को कहा था कि इस मामले में अभय कुशवाहा से जवाब मांगा जाएगा. अगर जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो दोषियों पर गाज गिरेगी. लेकिन गाज गिरना तो दूर अभय कुशवाहा के पीछे जिस तरह आरसीपी सिंह का बैकअप बताया जा रहा, उसे देखते हुए नोटिस जारी करने में भी नेतृत्व के हाथ पांव फूल रहा है.