अब सरकारी बैंकों में भी अग्निवीर जैसी बहाली, भविष्य में स्थायी नौकरी की गारंटी नहीं

अब सरकारी बैंकों में भी अग्निवीर जैसी बहाली, भविष्य में स्थायी नौकरी की गारंटी नहीं

DESK: भारतीय सेना में सैनिकों की बहाली के लिए दो साल पहले अग्निपथ योजना लायी गयी थी। भर्ती होने वाले अग्निवीरों की सेवाकाल 4 साल रखी गयी थी। अब इसी की तर्ज पर बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सरकारी बैकों में अप्रेंटिसशिप योजना के तहत बहाली होगी। अस्थायी भर्तियों के लिए केनरा बैंक ने 3000 पदों की घोषणा की है। जिसमें यूपी के लिए 325 पद शामिल हैं।


सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी अस्थायी बहाली शुरू हो गयी है। जिसमें 5 हजार से लेकर 15 हजार तक के मानदेय पर कर्मचारियों को रखा जाएगा। इस नई व्यवस्था के तहत सेंट्रल बैक, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इण्डिया, यूनियन बैंक, केनरा बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक ने बहाली भी शुरू कर दी है। 


यूनियन बैंक ने 500 रिक्तियां निकाली है जबकि इंडियन ओवरसीज बैंक ने 78 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। यूपी में यूनियन बैंक 61 पदों और इंडियन ओवरसीज बैंक ने 8 पदों पर रिक्तियां निकाली है। पहली बार 21 से 25 वर्ष की उम्र के युवाओं को  ट्रेनी कर्मचारी के रूप में रखा जाएगा। सरकारी बैंकों में इनकी नियुक्ति एक साल चलने वाले अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम के तहत होगी। बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में कमी आने की वजह से यह फैसला लिया गया है। 


ट्रेनी कर्मचारी से बैंकों का काम कराया जाएगा और कर्मचारी की कमी को दूर किया जाएगा। इनकी सेवा अस्थायी होगी और भविष्य में स्थायी नौकरी की भी कोई गारंटी नहीं होगी। ट्रेनी कर्मियों को कस्टमर रिलेशन, लोन रिकवरी, बिल कलेक्शन, डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन, लोन प्रोसेसिंग जैसे काम सौंपा जाएगा। जो बैंकिंग सेवाओं को कस्टमर तक पहुंचाने में मदद करेंगे। अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम पूरा होने के बाद भी इन्हें बैंकों में नौकरी मिलने की कोई गारंटी नहीं होगी।