PATNA : कुछ साल पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वीडियो वायरल हुआ था. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं तो चंदा देना पडेगा. अब ये फार्मूला बिहार में लागू होगा. आम आदनी पार्टी में नहीं बल्कि सत्तारूढ जनता दल यूनाइटेड में. जेडीयू के सदस्य हैं तो चंदा जुटाइये, पार्टी को 2024 के लोकसभा औऱ 2025 के विधानसभा चुनाव के साथ साथ दूसरे राज्यों में होने वाले चुनाव में दमखम दिखाने के लिए अभी से फंड चाहिये.
16 जुलाई से जेडीयू का चंदा वसूली अभियान
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह औऱ प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा पिछले दो दिनों से पार्टी के जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे थे. दो दिनों की बैठक में ये नतीजा निकल कर सामने आय़ा कि पार्टी को चलाने के लिए फंड होना चाहिये. फंड आयेगा कहां से तो इसका जुगाड पार्टी के वर्करों के जरिये करने का फैसला लिया गया. लिहाजा जेडीयू ने चंदा वसूली का अभियान चलाने का फैसला लिया है.
16 जुलाई से पार्टा का ये अभियान चलेगा जो 31 जुलाई तक जारी रहेगा. हालांकि इसका नाम रखा गया है सहयोग राशि संग्रह अभियान. पार्टी की ओऱ से जो जानकारी दी गयी है उसके मुताबिक जेडीयू के सांगठनिक कार्य, दूसरे राज्यों में संगठन के विस्तार औऱ वहां होने वाले चुनाल के खर्च के साथ साथ 2024 के लोकसभा चुनाव औऱ 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अभी से फंड चाहिये.
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आऱसीपी सिंह ने अपने जिलाध्यक्षों को कहा कि पार्टी लंबी दूरी तय करे इसके लिए जरूरी है कि पार्टी का अर्थतंत्र मजबूत हो. चुकि कार्यकर्ता ही जेडीयू की जना पूंजी हैं इसलिए पार्टी के लिए फंड भी वही जुटायेंगे. प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि अगले 15 दिनों में पार्टी सहयोग राशि संग्रह अभियान की रूपरेख तैयार कर लेगी. उसके बाद पैसा जुटाने का काम 16 जुलाई से शुरू होगा.
100 करोड जुटाने का लक्ष्य
जेडीयू के एक नेता ने बताया कि पार्टी को उम्मीद है कि सहयोग राशि संग्रह अभियान के जरिये कम से कम 50 करोड रूपये जुटा लिये जायेंगे. पार्टी फंड जुटाने में राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक के साथ दूसरे नेताओं को टारगेट दिया जायेगा. इन लोगों को पद के हिसाब से टारगेट दिया जायेगा. .यानि मंत्री हैं तो ज्यादा पैसा जुटाना है. सांसद को उससे कम औऱ विधायक को उससे थोडा कम.
वैसे जेडीयू अपने सदस्यों से पैसा वसूलने को लेकर भी उम्मीदें पाल कर बैठी है. पार्टी के एक नेता ने बताया कि बिहार में जेडीयू के 50 लाख सदस्य हैं. इसके अलावा 2 लाख सक्रिय सदस्य हैं. कुल 52 लाख सदस्यों से ही 100-100 रूपये का टारगेट रखा जाये तो 52 करोड रूपये तो सिर्फ सदस्यों से आ जायेंगे. मंत्री, सांसद औऱ विधायक-विधान पार्षदों का कोटा अलग से. पार्टी कुल मिलाकर 100 करोड रूपये का फंड तैयार करने की कवायद में लगी है.