PATNA : बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ से पकड़ा गया गजवा- ए- हिंद का एडमिन मोहम्मद दानिश साहिल अहमद आतंकी गतिविधियों के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। इसके लिए वह गजवा ए हिंद नाम का व्हाट्सएप ग्रुप भी चला रहा था। इस बात की जानकारी एनआईए की जांच टीम के द्वारा दी गई है।
दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए के द्वारा पटना के विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया गया है। यह चार्जशीट विशेष न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा की अदालत में दाखिल किया गया है। यह चार्जशीट में गजवा ए हिंद के एडमिन मंजूर अहमद के लिए आईपीसी की धारा 121, 121A, 153A 153B,120B, और यूएपी की धारा 13,18 और 20 के तहत दाखिल किया गया है।
एनआईए ने अपने अनुसंधान में मरगूब दानिश के खिलाफ़ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के साथ ही साथ धर्म और जाति के नाम पर समाज में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने कर अराजकता और वैमनस्यता फैलाने के आरोप को सही पाया है। इस मामले में फुलवारी शरीफ थाना में 15 जुलाई को कांड संख्या 840/22 दर्ज गया है। एनआईए की टीम ने इस मामले में 22 जुलाई को स्पेशल कांड संख्या 8/22 दर्ज किया था।
गौरतलब हो कि, मरगूब दानिश को एनआईए की टीम ने जुलाई के महीने में गिरफ्तार किया था। एनआईए को जांच के बाद इस बात का अहम सबूत मिला है कि व्हाट्सएप ग्रुप गजवा- एएसहिंद का एडमिन मरगुब अहमद दानिश था। इस व्हाट्सएप ग्रुप को पाकिस्तान के रहने वाले जेन ने बनाया था। इसमें पाकिस्तान और यमन समेत कई देश के युवा जुड़े थे व्हाट्सएप के अलावा टेलीग्राम मैसेंजर समेत कई इंटरनेट मीडिया पर भी कट्टरपंथी ग्रुप बनाकर युवाओं को बरगलाया जा रहा था। इसके साथ ही साथ इसने बांग्लादेश के लिए विशेष तौर पर बीडी गजवा ए हिंद के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था।