आतंक का पर्याय रहा है लालू यादव का भतीजा नागेंद्र यादव: अब अपने बेटों के कारनामे से चर्चे में आया

आतंक का पर्याय रहा है लालू यादव का भतीजा नागेंद्र यादव: अब अपने बेटों के कारनामे से चर्चे में आया

PATNA: पटना में एक सरकारी अधिकारी पर जानलेवा हमले में लालू यादव के भतीजे नागेंद्र यादव के दो बेटों का नाम आया है. आरोप है कि दो दिन पहले नागेंद्र यादव के दो बेटों तनुज यादव और नयन यादव ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह को रोड पर घसीट-घसीट पर पीटा. बेहद गंभीर हालत में अरविंद कुमार सिंह को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया है. बेटों के इस कारनामे से चर्चा में आये नागेंद्र यादव का खुद का कारनामा भी कम नहीं रहा है. कई केसों का आरोपी नागेंद्र यादव ने आईएएस अधिकारी तक को दफ्तर में घुसकर धमकाया था.


लालू के भतीजे का कारनामा

नागेंद्र यादव राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का सगा भतीजा है. उसके खिलाफ कम से कम 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें आईएएस अधिकारी को दफ्तर में घुस कर धमकाने से लेकर बिल्डर से रंगदारी मांगने के मामले शामिल हैं. नागेंद्र यादव अपने खिलाफ दर्ज कई केसों को खत्म भी करा चुका है. 


आईएएस अधिकारी को धमकी दी थी

2004 में जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं तो एक आईएएस अधिकारी सुभाष शर्मा ने नागेंद्र यादव के खिलाफ धमकी देने का केस दर्ज कराया था. 2004 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी सुभाष शर्मा तब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष हुआ करते थे. उन्होंने नागेंद्र यादव के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. सुभाष शर्मा ने पुलिस के समक्ष दर्ज कराये गये FIR में कहा था कि वे राजनीतिक दबाव के कारण अपना काम नहीं कर पा रहे हैं. लालू यादव के भतीजे नागेंद्र यादव अपने दो बॉडीगार्ड के साथ उनके चैंबर में घुसे गया था और गाली-गलौज की थी. नागेंद्र ने सुभाष शर्मा को देख लेने की धमकी भी दी थी. 


पिछले साल बिल्डर से रंगदारी मांगी थी

2023 के मार्च में एक बिल्डर ने नागेंद्र राय पर रंगदारी मांगने का आरोप दर्ज कराया था. दानापुर के बिल्डर नितिन कुमार ने आरोप लगाया था कि नागेंद्र ने उनसे दो करोड़ रूपये रंगदारी मांगी है. रंगदारी नहीं देने के कारण बिल्डर के भाई के साथ मारपीट भी की गयी थी. 


जमीन कब्जा का भी आरोप

नागेंद्र राय उर्फ नागेंद्र यादव के कारनामे सिर्फ इतने ही नहीं है. 6 साल पहले 2018 में नागेंद्र के खिलाफ जमीन कब्जा करने का भी केस दर्ज हुआ. दानापुर के रहने वाले जमीन मालिक सुभाष प्रसाद ने दानापुर थाने में नागेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. सुभाष प्रसाद का आरोप है कि नागेंद्र ने दानापुर-खगौल रोड पर उनके 13 कट्ठा जमीन पर कब्जा कर लिया था.


वैसे नागेंद्र यादव के ज्यादातर कारनामे उस समय सामने आये थे जब बिहार में लालू प्रसाद यादव या राबड़ी देवी का शासन था.  2003 में बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल के निदेशक राघवेंद्र नारायण राय ने पटना के शास्त्री नगर  थाने में नागेंद्र राय के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. राघवेंद्र नारायण राय ने आरोप लगाया था कि नागेंद्र दो दर्जन से ज्यादा हथियारबंद अपराधियों के साथ गेट तोड़कर उनके घर में घुस गया था और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी. 


अब नागेंद्र अपने बेटों के कारनामों की वजह से फिर सुर्खियों में है. मंगलवार की रात पटना के गोला रोड में डोभी नगर पंचायत के कार्यकारी पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह को नागेंद्र यादव के बेटे तनुज और नयन यादव और उनके साथियों ने रोक कर उन पर जानलेवा हमला किया था. अरविंद कुमार सिंह की इस बर्बर तरीके से पिटाई की गयी कि उनके मुंह की कई हड्डियां टूट गईं हैं. उनकी आंख और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं. अरविंद कुमार सिंह को गंभीर हालत में पटना से दिल्ली रेफर किया गया है. वहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है.