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1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Aug 2022 09:51:21 PM IST
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PATNA: राजीव नगर के भू-माफिया और एक दर्जन से अधिक संगीन मामलों के आरोपित सत्यनारायण सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सत्यनारायण सिंह भोजपुर जिले का रहने वाला है। 75 साल के भू-माफिया को नेपाली नगर इलाके से उस वक्त पकड़ा गया जब वह एक विवादित जमीन पर जबरन काम करवा रहा था।
इस बात की शिकायत एक महिला ने पुलिस से की थी। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके से गिरफ्तार किया। 2015 में राजीव नगर में हुए जयकांत हत्याकांड में पुलिस को इस भू-माफिया की तलाश थी। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने तो पहले ही इसकी गिरफ्तारी के आदेश जारी किया था। गिरफ्तारी के बाद सत्यनारायण सिंह को कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद बेऊर जेल भेजा गया। सत्यनारायण सिंह की गिरफ्तारी की चर्चा राजीव नगर इलाके में खूब हो रही है।
बताया जाता है कि राजीवनगर इलाके में पिछले कई दशकों से सत्यनारायण सिंह के नाम का डंका बजता था। हालत यह थी कि इस इलाके में किसी ने जमीन खरीदी तो मकान की नींव डालने से पहले उसे सत्यनारायण से सहमति लेनी होती थी। इसके बाद ही कोई मकान बनवा सकता था। ऐसा इसलिए ताकि मकान बनाने में कोई अड़चन न आए।
अगर किसी ने सत्यनारायण और उसके बेटों को दरकिनार कर अपना काम करवाने की कोशिश की तो उसकी जमीन पर काम रोक दिया जाता था। अधिकारी भी उसे परेशान करते थे। हरवे-हथियार से लैस सत्यनारायण के गुर्गे जमीन पर पहुंच जाया करते थे। उसने बाकायदा एक कोऑपरेटिव बना रखा था। उसकी रसीद भी थी। कोऑपरेटिव के अंतर्गत उसने जमीन के कई टुकड़ों को बेच डाला। आवास बोर्ड की सरकारी जमीन पर सत्यनारायण सिंह बेधड़क काम करवाया करता था।
भू-माफिया सत्यनारायण सिंह के दोनों बेटे सुनील सिंह और शैलेश सिंह पर भी केस दर्ज किया गया है। उसके घर पर भी छापेमारी की गयी लेकिन अब तक दोनों भाई को गिरफ्तार कर पाने में पुलिस को सफलता नहीं मिली। भू-माफिया सत्यनारायण सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उनके दोनों बेटों की गिरफ्तारी में जुटी है। राजीव नगर सहित कई इलाकों में सुनील और शैलेश की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
राजीव नगर इलाके में दिनभर सत्यनारायण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा होती रही। शुरुआती दौर में किसी को इस बात पर भरोसा नहीं हुआ। बाद में यह अफवाह उड़ी कि पुलिस इस भू-माफिया को थाने से ही छोड़ देगी। हालांकि जब सत्यनारायण सिंह को पुलिस थाने से कोर्ट की ओर ले गयी, तब उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि हुई।