PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण की परीक्षा गुरुवार 7 दिसंबर से शुरू हो रही है। बीपीएससी के अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए प्रत्येक सेंटर पर विशेष जांच की व्यवस्था की गई है। इस बार हर दिन अलग-अलग जिलों में अलग-अलग सेंटर बनाए गए हैं।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण की परीक्षा गुरुवार 7 दिसंबर से शुरू हो रही है। इसको लेकर बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आयोग के पास 8,41,835 अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। पिछले चरण की परीक्षा में अभ्यर्थियों ने ओएमआर शीट भरने में काफी गलती हुई थी। ऐसे में इस बार अभ्यर्थियों के ओएमआर शीट पर उनका रोल नंबर अंकित होगा। उन्हें सिर्फ गोला भरना है।
बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि इस बार परीक्षा में हाई लेवल मॉनिटरिंग की जा रही है। अगर कोई मुन्ना भाई पकड़े जाते हैं तो उनकी खैर नहीं है। अभ्यर्थी ओएमआर शीट से कोई छेड़खानी नहीं करें। ओएमआर शीट पर एक गोला के अतिरिक्त अन्य गोला या किसी तरह का डॉट नहीं लगाएं। क्योंकि सिस्टम के साथ मानवीय परीक्षण भी किया जाएगा।
बीपीएससी के अध्यक्ष ने कहा कि, इस बार हर दिन अलग-अलग जिलों में अलग-अलग सेंटर बनाए गए हैं। 9 दिसंबर को बिहार में सर्वाधिक 555 सेंटर पर परीक्षा ली जाएगी। उसके बाद 7 दिसंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होने वाली परीक्षा में 7 दिसंबर को 4 सेंटर, 8 दिसंबर को 396 सेंटर, 9 दिसंबर को 555 सेंटर, 10 दिसंबर को 151 सेंटर, 14 दिसंबर को 184 सेंटर और 15 दिसंबर को भी 184 सेंटर पर परीक्षा आयोजित की जा रही है।
आपको बताते चलें कि, इस बार भी परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश ढाई घंटा पहले से ही शुरू हो जाएगा। एक घंटा पहले प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो इसको लेकर गेट पर ही बायोमेट्रिक और फेस डिटेक्शन सभी कर लिए जाएंगे। परीक्षा केन्द्र पर अभ्यर्थियों के गहन जांच के साथ e-Admit Card और आधार कार्ड से मिलान करने के बाद e-Admit Card के बार-कोड की स्कैनिंग की जाएगी। इसके बाद फोटोग्राफ का मिलान करने के बाद परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी।