PATNA : जातीय जनगणना के मसले पर नेता प्रतिपक्ष से तेजस्वी यादव पीछे हटने को तैयार नहीं है. जातीय जनगणना के मसले पर राष्ट्रीय जनता दल आज प्रदेश भर में प्रदर्शन करने जा रही है. राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से आज तमाम जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों ही इसका ऐलान कर दिया था. आज जिला मुख्यालयों पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और केंद्र के साथ-साथ से राज्य सरकार उसे भी जातीय जनगणना कराने की मांग रखेंगे.
जातीय जनगणना की मांग को लेकर राजद आज पटना में भी प्रदर्शन करेगा. इस प्रदर्शन में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे. आरजेडी सरकार से जातीय जनगणना कराने के साथ-साथ आरक्षण में बैकलाग व्यवस्था लागू करने और मंडल आयोग की सभी अनुशंसाएं लागू कराने की भी मांग करेगी.
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सुबह 11 बजे निकलेंगे. आरजेडी के प्रदेश राजद कार्यालय से पटना समाहरणालय तक प्रदर्शन किया जायेगा और फिर राजद नेता पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह से मिलाकर उन्हें मांगपत्र सौपेंगे. गौरतलब हो कि लंबे अरसे बाद में तेजस्वी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विधानसभा स्थित उनके चेंबर में मुलाकात की थी और जातीय जनगणना के मुद्दे को उनके सामने रखा था.
राष्ट्रीय जनता दल के पटना महानगर अध्यक्ष महताब आलम ने बताया कि प्रदेश राजद कार्यालय से शनिवार को दिन के ग्यारह बजे पटना समाहरणालय के लिए प्रदर्शन निकलेगा. वीरचंद पटेल होते हुए समाहरणालय तक कार्यकर्ता जाएंगे और जिलाधिकारी को मांगपत्र सौपेंगे. आपको बता दें कि तेजस्वी ने कहा था कि जातीय जनगणना का मसला उनकी पार्टी सबसे पहले उठाते रही है और अगर केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है कि जातीय जनगणना नहीं कराई जाएगी तो इसके बावजूद राज्य सरकार अपने खर्च पर इसे करा सकती है. विपक्ष ने कहा कि कई राज्यों ने ऐसा अपने खर्च पर कराया है.
उधर दूसरी ओर जातीय जनगणना के मसले पर बीजेपी को घेरने में लगे नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज दिया है. पत्र में उनसे समय देने को कहा गया है ताकि बिहार का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात कर सके. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलकर जाति के आधार पर जनगणना कराने की मांग करेगा.
दरअसल जातिगत जनगणना के मसले पर केंद्र सरकार के खिलाफ खड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला कर रखा है. केंद्र सरकार अगर जातीय जनगणना कराने को तैयार हो जाती है तो ठीक, वरना नीतीश बिहार में राज्य सरकार के खर्च पर जातीय जनगणना कराएंगे. नीतीश कुमार ने गुरुवार को ही कह दिया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातीय जनगणना के मसले पर अपनी बात रख दी है.
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का वक्त मिलने के बाद ही आगे बात बढ़ेगी. हालांकि जेडीयू के अंदर नीतीश कुमार का स्टैंड बिल्कुल साफ है. नीतीश कुमार अपनी पार्टी के नेताओं को यह कह चुके हैं कि अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना के लिए तैयार नहीं होती है तब भी राज्य सरकार इसे कराएगी.