केंद्र सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड्स का किया ऐलान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों को मिला वीर चक्र सम्मान कैमूर में आपसी विवाद में चली चाकू, 15 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती: युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक बोले..‘श्रीबाबू में थी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता’ कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त आरा में दर्दनाक सड़क हादसा: स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में दो दोस्तों की मौके पर मौत जमुई विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई: AK-47 का मैगजीन और दो जिंदा कारतूस बरामद Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 11 Nov 2024 11:58:40 AM IST
- फ़ोटो
BUXAR : बिहार के बक्सर से एक दर्दनाक खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां सोमवार की अहले सुबह बक्सर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। खबर यह है कि एक दुधमुंहे बच्चे की आग में झुलसकर मौत हो गई है। यह पूरी घटना जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के हरिकिशुनपुर गांव के महादलित टोले की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, महादलित टोला निवासी मुटन राम उर्फ सीता राम सोमवार की अहले सुबह मजदूरी करने के लिए घर से निकल गया। उसके बाद उसकी पत्नी कंचन देवी भी अपने चार माह के नवजात बच्चे को कमरे में सुलाकर आंगन में खाना पकाने में व्यस्त हो गई। इसी बीच दुर्भाग्य से कमरे में शॉर्ट सर्किट से निकला चिंगारी आग का विकराल रूप धारण कर लिया। इस घटना में जल कर बच्चे की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि आग के आगोश में नवजात शिशु समेत कमरे में रखे लाखों के सामान जलकर खाक हो गए. जबतक, माँ कंचन देवी कुछ समझ पाती तबतक बहुत देर हो चुका था. वही घटना के बाद गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़ित परिजन बेहद ही गरीब परिवार से आते हैं। ऐसे में उनका यह नुकसान काफी भयावह है।