836 करोड़ के बाद अब 3600 करोड़ का टेंडर PHED ने किया रद्द, गड़बड़ी मिलने के बाद विभाग ने लिया फैसला, एक महीने के अंदर फिर से निकाला जाएगा टेंडर

836 करोड़ के बाद अब 3600 करोड़ का टेंडर PHED ने किया रद्द, गड़बड़ी मिलने के बाद विभाग ने लिया फैसला, एक महीने के अंदर फिर से निकाला जाएगा टेंडर

PATNA: पिछले महीने 836 करोड़ रुपये का टेंडर पीएचईडी विभाग ने रद्द किया था। अब 3600 करोड़ के टेंडर को रद्द किया गया है। एक महीने के भीतर अब दोबारा टेंडर निकाला जाएगा। इस बात की जानकारी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने मीडिया को दी। फिलहाल पीएचईडी मंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 17 महीने चली महागठबंधन की सरकार के समय के फाइलों को खंगालने में लगे हैं। 


उन्होंने बताया कि पीएचईडी विभाग के कुल 4400 करोड़ रुपए के ठेकों को संशोधित किया जा रहा है। बिहार में जब महागठबंधन की सरकार थी तब कुछ टेंडर में गड़बड़ी मिली थी। उसी को संशोधित किया जा रहा है। पिछले टेंडर को रद्द कर नये सिरे से अब टेंडर निकाला जाएगा। मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह सपना है कि हर-घर में नल का जल पहुंचे। 


पानी की समस्या को देखते हुए विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि कहीं भी पानी को लेकर लोगों को दिक्कत ना झेलनी पड़े इसका ख्याल रखे। 4000 चापाकल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 1500 चापाकल लगाये जा चुके हैं। अगले कुछ दिनों में सभी चापाकल लगाए जाएंगे। 


वही खराब पड़े 8000 चापाकल को ठीक किया जा चुका है। किसी भी गांव में पानी का दिक्कत नहीं होने दिया जाएगा। 500 टैंकर भी लगाए गए हैं यदि जरूरत पड़ी तो और भी टैंकर लगाए जाएंगे। सरकार का संकल्प है कि हर घर लोगों को शुद्ध नल का जल पहुंचे। इसे लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। पानी टंकी के ऊपर सोलर प्लेट लगाने का काम किया जा रहा है। हर जगह पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जा रहा है। जिसके जरिए स्वत टाइम के अनुसार पानी भरेगा और बंद होगा।