PATNA : बिहार सरकार हड़ताली नियोजित शक्षकों को बख्शने के मूड में नहीं है. लगातार नियोजित टीचरों पर कार्रवाई हो रही है. शिक्षकों पर सरकारी कार्य में बाधा और प्रावधानों उल्लंघन को लेकर मामले दर्ज किये जा रहे हैं. उन्हें निलंबित किया जा रहा है. उन्हें बर्खास्त किया जा रहा है. इसी कड़ी में पटना जिले के 70 और नियोजित शिक्षकों को सस्पेंड करने की सिफारिश डीईओ ने की है.
पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दर्जनों नियोजित शिक्षकों पर कार्रवाई कर रही है. शिक्षकों पर कार्रवाई से संबंधित जानकारी शिक्षा विभाग को भी भेज दी गई है. इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन में योगदान नहीं करनेवाले 70 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इन शिक्षकों के निलंबन के लिए संबंधित नियोजन इकाई को अनुशंसा की गई है.
पटना डीईओ की ओर से यह कार्रवाई की गई है. डीईओ ज्योति कुमार ने बताया कि शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है निलंबन के लिए लिखा गया है. मूल्यांकन केंद्र के संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इन सभी शिक्षकों ने अपना नियुक्ति पत्र नहीं लिया था. निलंबन की अनुशंसा नियोजन इकाई में मुख्य कार्यापालक अधिकारी, कार्यपालक अधिकारी सह सदस्य सचिव को की गई है. शिक्षकों पर कर्तव्यहीनता, सरकारी कार्य में बाधा और बिहार विद्यालय परीक्षा अधिनियम के प्रावधानों उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया है.
इंटर परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन 26 फरवरी से शुरू हुआ है, पटना में 7 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं. इनमें कमला नेहरू बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल यारपुर, एसआरपीएस गवर्नमेंट हाई स्कूल गर्दनीबाग, बीएन कॉलेजिएट स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल गर्दनीबाग, गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल शास्त्रीनगर, पटना कॉलेजिएट स्कूल तथा गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल गुलजारबाग पटना को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. इन सभी मूल्यांकन केंद्र के संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. मूल्यांकन में योगदान नहीं करने वाले शिक्षकों पर पूरे राज्यभर में कार्रवाई की गई है. कैमूर में 122 शिक्षकों के निलंबन की अनुशंसा की गई है. जिनकी सूची भी जारी कर दी गई है.