VAISHALI : हाजीपुर में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी सर्किल इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. मामला आय से अधिक संपत्ति का बताया जा रहा है. दरअसल, गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी के पास से 9.70 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति मिली है. हैरान करने वाली बात यह है कि गिरफ्तार कर्मचारी की सैलरी मात्र 60 हजार रुपये प्रति माह है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि 60 हजार रुपये प्रति माह सैलरी वाले कर्मचारी के पास से 9.70 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति कैसे है?
जानकारी के अनुसार, हाजीपुर के राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी सर्किल इंस्पेक्टर रहे कुमार मनीष के खिलाफ हाजीपुर जढुआ के श्रवण कुमार ने विजिलेंस में खरीदगी जमीन के दाखिल-खारिज के लिए 50 हजार मांगने की शिकायत की थी. पीड़ित ने CMO में भी आवेदन भेज रखा था. जिसके बाद CMO से आदेश मिलने के बाद विजिलेंस ने रिश्वतखोरी ही नहीं, बल्कि बड़ी कार्रवाई की तैयारी की. 23 फरवरी को आवेदक को केमिकल लगा 25-25 हजार की दो गड्डियां देकर भेजा और घूसखोर CI को दबोचने के लिए जाल बिछा दिया. कुमार मनीष ने पेमेंट के लिए क्लाइंट को हाजीपुर नवीन सिनेमा रोड स्थित कोचिंग के ऑफिस में बुलाया था. आवेदक ने ऑफिस में जाकर पेमेंट दिया. 25 हजार बगल में बैठे एक शख्स को दिलवाया और बाकी 25 हजार टेबल पर रखवाया ही था कि टीम ने घूसखोर कर्मचारी को दबोच लिया.
बाद में टीम ने उनके घर पर छापेमारी की जिसमें उन्हें 25 से अधिक जमीन के बड़े और कीमती प्लॉट के दस्तावेज हाथ लगे, जो कुमार मनीष और उसकी पत्नी मुन्नी कुमारी के नाम से हैं. इनमें अधिकतर प्लॉट रिहायशी इलाकों में हैं. इनका कोल्ड स्टोरेज भी है. इतना ही नहीं कुमार मनीष लग्जरी कार और स्कॉर्पियो के भी मालिक हैं. इनकी पत्नी के पास से हीरा, सोना और चांदी की कीमती ज्वेलरी भी मिली है. निगरानी को पति-पत्नी के नाम से कई बैंक अकाउंट्स मिले हैं, जिसे पूरी तरह से खंगाला गया है. कुल मिलाकर कुमार मनीष और उसकी पत्नी के पास से 9 करोड़, 70 लाख, 32 हजार 115 रुपए की संपत्ति मिली है. दोनों के खिलाफ निगरानी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की FIR-17/2021 दर्ज की है.