PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. जहां नीतीश कैबिनेट की बैठक समाप्त हो गई है. इस बैठक में 6 इंजीनियरों को जबरन रिटायरमेंट देने का फैसला किया गया है. भवन निर्माण विभाग में कार्यरत 50 साल से अधिक उम्र वाले 6 कर्मियों का जबरन रिटायरमेंट देने के फैसले पर मुहर लगी है. इसके साथ ही कई दिनों से ड्यूटी से गायब रहने वाली गोपालगंज बरौली की मेडिकल अफसर डॉ संजु प्रसाद को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला कैबिनेट की इस बैठक में किया गया है. पिछले 8 सालों से इनकी अनुपस्थिति दर्ज की जा रही थी.
बिहार सरकार की ओर से और भी कई बड़े फैसले लिए गए हैं. पटना प्रमंडल 2 के योजना कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार, पटना संरचना अंचल के कार्यपालक कुमार राजेश, भवन निरूपण अंचल 2 के कार्यपालक अभियंता सतीश कुमार, सीतामढ़ी अंचल 2 के सहायक अभियंता रवि प्रकाश, भवन निर्माण के मुजफ्फरपुर सहायक विद्युत अभियंता दीपक कुमार, गया भवन प्रमंडल कनीय अभियंता श्याम सुंदर शर्मा और दरभंगा के कनीय अभियंता प्रवीण पंडित को जबरन रिटायरमेंट दिया गया है. सरकारी काम काज में खराब परफॉर्मेंस को लेकर इन सभी को निकाला गया है.
इस बैठक में कुल 9 एजेंडों पर मुहर लगी है. चुनावी साल में रोजगार को लेकर बड़े फैसले कैबिनेट की बैठक में लिए गए हैं. बिहार सरकार ने 3 विभागों में 239 पदों पर बहाली की स्वीकृति दी है. नीतीश कैबिनेट ने इस अहम बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इस मीटिंग में कुल 9 एजेंडों पर मुहर लगी है. नालंदा खुला विश्वविधालय में 100 पदों पर सृजन की स्वीकृति दी गई है. प्राध्यापक के 8, सह-प्राध्यापक के 28, सहायक प्राध्यापक के 54 और मल्टीटास्किंग स्टाफ के 10 पदों पर बहाली की स्वीकृति दी गई है.
नीतीश कैबिनेट की इस बैठक में शिक्षा विभाग में 100 पदों के अलावा विधि विभाग में 9 और स्वास्थ्य विभाग में 130 पदों के सृजन का बड़ा फैसला लिया गया है. विधि विभाग में अस्थायी रूप से तकनीकी के 9 पदों को भरा जायेगा. इसके अलावा राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं हॉस्पिटल में स्नातक के 100 और 5 विषयों में स्नाकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए 30 पदों का सृजन किया जायेगा.