5 साल बाद आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री : फरियादियों को कोरोना जांच के बाद लाया जाएगा, अधिकारियों को पहले से होगी शिकायत की जानकारी

5 साल बाद आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री : फरियादियों को कोरोना जांच के बाद लाया जाएगा, अधिकारियों को पहले से होगी शिकायत की जानकारी

PATNA : 5 साल के अंतराल के बाद आज एक बार फिर से जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते साल विधानसभा चुनाव के बाद जब शपथ लिया था तभी इस बात के संकेत दिए थे कि जनता दरबार कार्यक्रम फिर से शुरू किया जाएगा। बिहार में लोक शिकायत निवारण कानून लागू होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने जनता दरबार कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था लेकिन अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री जनता के दरबार में मौजूद रहेंगे। कोरोना काल में इस आयोजन की शुरुआत हो रही है लिहाजा इसके लिए बड़े स्तर पर तैयारी की गई है। 


जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम का स्वरूप कब बदला-बदला होगा। पहले इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में होता था लेकिन अब यह मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 4केजी में किया जाएगा। जनता दरबार में आने वाले फरियादियों की समस्याओं को मुख्यमंत्री सुनेंगे और तुरंत अधिकारियों को उसका निदान करने के लिए कहेंगे। लेकिन खास बात यह है कि अब जो फरियादी मुख्यमंत्री जनता दरबार कार्यक्रम में पहुंचेंगे उनकी शिकायतों के बारे में अधिकारियों को पहले से मालूम होगा।  दरअसल जनता दरबार कार्यक्रम को लेकर जो नई व्यवस्था लागू की गई है उसके मुताबिक हर फरियादी की कोरोना जांच कराई जानी है। फरियादी जिस से जिले से है उस जिले के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री के पास फरियाद पहुंचने के पहले अधिकारियों को इस बात की जानकारी हो जाएगी कि आखिर शिकायत करने वाला किस मामले को लेकर जनता दरबार में जा रहा है। इस नई व्यवस्था से जनता दरबार के मकसद पर भी सवाल उठ सकते हैं। 



मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार कार्यक्रम में आज लगभग 200 से ज्यादा फरियादियों की शिकायतें सुनेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के तहत यह पूरा आयोजन होगा। जनता दरबार में प्रवेश करने के लिए तीन मेटल डिटेक्टर डोर लगाए गए हैं। राजकीय अतिथि शाला से सटे 4केजी में इसके लिए नया स्ट्रक्चर बनाया गया है। मुख्यमंत्री आज स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, विज्ञान और प्रावैधिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों पर शिकायतें सुनेंगे। इस दौरान इन विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। जनता दरबार कार्यक्रम का पहली बार सरकार की तरफ से सीधा प्रसारण किया जाएगा लेकिन मीडिया को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री प्रेस ब्रीफिंग भी करते रहे हैं लेकिन आज कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की जाएगी।