PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ रही कांग्रेस अब फिर से मैदान में उतरने की तैयारी में है। चुनाव में मिली हार के दो माह बाद पार्टी में जान फूंकने की कोशिश कांग्रेस ने शुरू कर दी है। यही कारण है कि 30 जनवरी से कांग्रेस 'अधिकार यात्रा' शुरू करने जा रही है जिसकी शुरुआत बिहार के चंपारण से होगी।
बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के नेतृत्व में आगामी 30 जनवरी से 'अधिकार यात्रा' की शुरुआत होगी। इस कार्यक्रम को लेकर पार्टी ने फिलहाल 21 जनवरी से प्रस्तावित प्रमंडलीय बैठक को स्थगित कर दिया है। बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने बताया कि 21 जनवरी से प्रमंडलवार बैठक कार्यक्रम प्रस्तावित थी लेकिन देश और राज्य के माहौल को देखते हुए 'अधिकार यात्रा' कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया है। लोगों के अधिकार को लेकर 30 जनवरी से होने वाली अधिकार यात्रा की शुरुआत बापू की कर्मभूमि चंपारण से की जाएगी। अधिकार यात्रा के दौरान तीन नए कृषि कानून के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। साथ ही यह भी बताने की कोशिश की जाएगी की किस तरह कृषि कानून के जरिए मोदी सरकार किसानों से उनके अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है। वही बिहार में शिक्षा और रोजगार के अधिकार को लेकर भी लोगों को जागरुक किया जाएगा।
25 जनवरी से बिहार में रहेंगे भक्त चरण दास
30 जनवरी को प्रस्तावित 'अधिकार यात्रा' की तैयारियों का जायजा लेने और कांग्रेस नेताओं को यात्रा से जोड़ने के लिए कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास 25 जनवरी से बिहार में रहेंगे। जल्द ही अधिकार यात्रा को लेकर विस्तृत कार्यक्रम सुनिश्चित की जाएगी और इसकी जानकारी पार्टी नेताओं के साथ-साथ मीडिया को भी मुहैया कराई जाएगी। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में महागठबंधन के साथ मिलकर कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाई थी लेकिन कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर ही जीत हासिल हुई। बिहार में बड़ी पराजय के बाद कांग्रेस ने पूर्व प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को हटाकर उनके स्थान पर भक्त चरण दास को बिहार का प्रभारी नियुक्त किया था। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी भक्त चरण दास दूसरी बार 25 जनवरी को बिहार में रहेंगे जिनके नेतृत्व में 'अधिकार यात्रा' की शुरुआत की जाएगी।