30 दिसंबर से चलेगी पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस, बिहार में भी होगा ठहराव

30 दिसंबर से चलेगी पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस, बिहार में भी होगा ठहराव

PATNA  : उत्तर, पश्चिम और दक्षिण के बाद के बाद भारत की पहली सेमी स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पूर्वी भारत में भी आने वाली है। यह ट्रेन पश्चिम बंगाल में हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलेगी। इस ट्रेन का परिचालन बिहार के रास्ते ही होना है। वंदे भारत एक्सप्रेस का बिहार में परिचालन 30 दिसम्बर से शुरू होगा।  यह पहली वंदे भारत ट्रेन है जो बिहार के रास्ते से गुजरेगी। इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह देश की सातवीं वंदे भारत ट्रेन है। 


बता दें कि, हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलने वाली इस ट्रेन रास्ते में तीन स्टेशन बारसोई, मालदा, बोलपुर आदि स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में रुकेगी।  इसमें बिहार में किशनगंज और बारसोई दो प्रमुख स्टेशन हैं जहां वंदे भारत का ठहराव होगा। इस ट्रेन कि स्पीड को लेकर अधिकारियों ने बताया कि, यह ट्रेन मात्र  7:45 घंटे में यह दूरी तय कर लेगी। इससे पहले अभी इस मार्ग पर औसतन करीब 10:45 घंटे में 564 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली 14 ट्रेन हैं। इससे कोलकाता और पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार सिलीगुड़ी के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा। 


इसके साथ ही अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे।  ट्रेन में दो एग्जीक्यूटिव कार जबकि बाकी सामान्य चेयर कार होंगी। प्रत्येक चेयर कार में 78 सीट होंगी और विशेष रूप से डिजाइन की गई मेज होंगी। यह ट्रेन सुबह छह बजे हावड़ा स्टेशन से रवाना होगी और दोपहर डेढ़ बजे न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचेगी।  इसके बाद एक घंटे रुकने के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस दोपहर करीब ढाई बजे न्यू जलपाईगुड़ी से रवाना होगी और रात 10 बजे कोलकाता पहुंचेगी।  पूर्वी रेलवे की समयसारिणी के अनुसार ट्रेन एक सप्ताह में छह दिन चलेगी। 


गौरतलब हो कि, पहली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली और वाराणसी के बीच फरवरी, 2019 में चली थी। इसके बाद दूसरी वंदे भारत नई दिल्ली से माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चलाई गई थी। तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस इसी साल मुंबई और अहमदाबाद के बीच शुरू की गई थी। चौथी वंदे भारत दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के ऊना के बीच चलाई गई थी। पांचवीं वंदे भारत ट्रेन को 11 नवंबर, 2022 को हरी झंडी दिखाई गई थी। यह मैसूर और चेन्नई के बीच चलती है। छठी वंदे भारत 11 दिसंबर को महाराष्ट्र के नागपुर से छत्तीगढ़ के बिलासपुर के बीच चलाई गई।