DELHI: पूरे बिहार में ही नहीं बल्कि देश में चर्चा का विषय था कि आखिरकार किन शर्तों पर तेजस्वी यादव नीतीश कुमार की सरकार में डिप्टी सीएम का पद संभालने को तैयार हो गये थे. आज उसका खुलासा हो गया है. नीतीश कुमार ये साल बीतने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ेंगे और 2023 में तेजस्वी यादव बिहार के सीएम की कुर्सी संभालेंगे. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मीडिया से बात करते हुए ये खुलासा कर दिया।
जगदानंद सिंह ने क्या कहा?
राजद के प्रदेश अध्यक्ष औऱ लालू-तेजस्वी के सबसे करीबी नेता माने जाने वाले जगदानंद सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा “नीतीश कुमार ने जो घोषणा की है उसके अनुसार हमें लगता है कि वे 2022 बीतने के बाद देश की लड़ाई लडेगे और 2023 में बिहार के भविष्य की लड़ाई तेजस्वी के हाथों के सौंप देंगे.”
मीडिया ने सवाल पूछा कि क्या नीतीश 2023 में तेजस्वी को सीएम पद सौंपकर देश की लड़ाई लडेंगे. जगदानंद सिंह ने कहा“नहीं तो और क्या. सीएम पद के साथ ही तेजस्वी बिहार की कमान संभालेंगे. किसी राज्य में सीएम का पद ही तो प्रशासनिक ओहदा होता है. किसी राज्य का सीएम ही कार्यपालिका के प्रधान होने के नाते राज्य को नयी दिशा में ले जा सकता है. नीतीश का देश इंतजार कर रहा है और बिहार इंतजार कर रहा है तेजस्वी का.”
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जदगानंद सिंह के इस बयान के बाद बिहार में पाला बदल से पहले हुई डीलिंग सामने आ गयी है. दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद तेजस्वी बार-बार ये कह रहे थे कि वे किसी सूरत में नीतीश कुमार जैसे पलटीमार नेता से हाथ नहीं मिलायेंगे. लेकिन अचानक से पिछले महीने यानि अगस्त 2021 में तेजस्वी का हृदय परिवर्तन हुआ औऱ वे नीतीश कुमार की सरकार में डिप्टी सीएम बन गये. जेडीयू से लगभग दो गुणा विधायक होने के बाद भी तेजस्वी का डिप्टी सीएम बनकर संतुष्ट हो जाना सियासी जानकारों को हैरान कर रहा था. आज ये साफ हो गया कि डीलिंग क्या हुई है.
वैसे भी कल ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि वे तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं. लालू यादव ने ये भी कहा था कि नीतीश देश की राजनीति करेंगे. लालू ने खुलकर ये नहीं बताया था कि कब नीतीश देश की राजनीति करेंगे और कब तेजस्वी सीएम बनेंगे. लेकिन लालू-तेजस्वी के सबसे करीबी नेता माने जाने वाले जगदानंद सिंह के बयान से सब साफ कर दिया है.
बता दें कि जगदानंद सिंह को लालू-तेजस्वी ने दोबारा राजद का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह नीतीश मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री हैं. सुधाकर सिंह भ्रष्टाचार को लेकर अपने बयानों से काफी चर्चे में रह रहे हैं. उधर राजद के सम्मेलन में पार्टी के वरीय नेता शिवानंद तिवारी कह चुके हैं कि 2025 के बाद नीतीश कुमार को आश्रम खोल लेना चाहिये.