DESK : गुजरात के मुख्यमंत्री से भारत के प्रधानमंत्री तक का सफर तय करते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 साल पुरे कर लिए हैं. आज ही के दिन उन्होंने 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया था. सावर्जनिक जीवन में इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले नेता हैं.
उनकी इस उपलब्धि पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है. अमित शाह लिखते हैं, 'सात अक्टूबर का दिन देश के इतिहास में काफी महत्वपूर्ण है. साल 2001 में इसी दिन नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इसके बाद देश और लोगों की सेवा में नए कीर्तमान बनाने का जो सिलसिला चला वह कभी रुका नहीं. बिना थके बिना रुके नमो के 20 साल' .
दरअसल, साल 2001 में तब के मुख्यमंत्री रहे केशुभाई पटेल की बिगडते स्वास्थ के कारण उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया. लेकिन साल 2002 में गुजरात की जनता ने उनका नेतृत्व स्वीकार किया और उन्हें मतदान कर विजयी बनाया. इसके बाद साल 2007 और 2012 में भी वो सीएम के रूप में चुने गए.
तीसरी बार गुजरात का सीएम रहते हुए उन्होंने साल 2014 का लोकसभा चुनाव वाराणसी से पहली बार लड़ा और जीत के प्रधानमंत्री बने.
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये सफर काफी मुश्किलों भरे रास्ते से होकर गुजरता है. गुजरात का सीएम बनते ही 2001 में कच्छ और भुज के भूकंप ने मोदी के नेतृत्व की बड़ी परीक्षा ली. इस त्रासदी से गुजरात उबार ही रहा था की गोधरा के दंगे ने पुरे देश को हिलाकर रख दिया. इस दंगे के बाद उनके नेतृत्व पर सवाल उठने लगे. इन सब के बावजूद अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने ये मुकाम हासिल किया.