19 दिन बाद भी NMCH के डॉक्टर संजय का नहीं चल सका पता, ADG बोले..अभी नहीं है कोई नई जानकारी

19 दिन बाद भी NMCH के डॉक्टर संजय का नहीं चल सका पता, ADG बोले..अभी नहीं है कोई नई जानकारी

 PATNA: पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) के लापता चिकित्सक डॉ. संजय कुमार का 19 दिनों के बाद भी पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है। हालांकि पुलिस मामले की जांच की बात कर रही है लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। बिहार पुलिस के प्रवक्ता औऱ एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने आज पटना में पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि डॉ. संजय के मामले में अभी कोई फिलहाल नई जानकारी नहीं है। पटना पुलिस हरेक बिन्दुओं की जांच कर रही है।


एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि गंगा ब्रिज पर पहले ही डॉक्टर की कार को बरामद किया जा चुका है कार में रखे दो मोबाइल फोन को भी बरामद किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अखबार में इस्तेहार भी दिया गया है और दो लाख रुपये इनाम की भी घोषणा कर दी गयी है। कोई भी सूचना मिलते ही पुलिस कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया अकाउंट, टेलिफोनिंग कनवरसेशन, वाट्सअप कॉल, फाइनेसिंयल ट्रांजेक्शन एक-एक चीजों की बारिकी से जांच की जा रही है। खुद आईजी पटना और पटना एसएसपी इस कांड के उद्भेदन के लिए संवेदनशील है। हरेक एंगल से मामले की जांच की जा रही है। 


बता दें कि एनएनसीएच के डॉक्टर संजय कुमार 01 मार्च से लापता है। वे मुजफ्फरपुर जाने की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल पाया है। पटना से हाजीपुर और मुजफ्फरपुर तक पुलिस ने उनकी तलाश की लेकिन कोई अता-पता नहीं चल सका। गांधी सेतु से उनका कार जरूर बरामद किया गया। कार में रखे दो मोबाइल को पुलिस ने जब्त किया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। जिस जगह पर कार मिली थी उसके नीचे गंगा नदी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को सर्च अभियान में लगाया गया था। लेकिन फिर भी उनका पता नहीं चल सका। पुलिस को डॉक्टर की जानकारी देने वाले को ईनाम देने तक की घोषणा करनी पड़ी। न्यूज पेपर में इस्तेहार भी दिया गया लेकिन 19 दिन से लापता डॉक्टर साहब का पता अब तक पुलिस नहीं लगा पाई है। जबकि परिजनों ने अपहरण का मामला थाने में दर्ज कराया है। 


वहीं फेक वीडियो मामले पर एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आईओयू ने तीन कांड दर्ज किये गये हैं। जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मनीष कश्यप ने जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया था। अब इसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। तमिलनाडु पुलिस भी पटना आई हुई है वो भी पूछताछ करेगी। आर्थिक अपराध इकाई की इस मामले में जांच जारी है। पहले हमलोगों ने ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया है जो भी कोर्ट का आदेश होगा पालन करेंगे। 


उन्होंने यह भी बताया कि शराब तस्करों से मुठभेड़ के मामले में नामपुर थाना अंतर्गत सीतामढ़ी में एक अपराधी की मौत हुई है। 20 मार्च को अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी किये जाने के दौरान अपराधियों ने गोलीबारी की। पुलिस ने भी आत्मरक्षा के लिए गोली चलाई गयी। फायरिंग में एक अपराधी प्रिंस कुमार के मारे जाने की सूचना है। इस दौरान तीन अपराधी विशाल सिंह, सोनू कुमार और रुपेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है। एक लोडेड पिस्टल और खाली कारतूस भी बरामद किया गया है। प्रिंस कुमार का अपराधिक इतिहास रहा है। रंगदारी शराब तस्करी समेत कई मामले प्रिस पर दर्ज थे। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।


वही भागलपुर के गोपालपुर में हथियार तस्कर सुमन चौधरी को साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया। 18 अवैध हथियार,88 गोली,12 अर्धनिर्मित पिस्टल, 25 अर्धनिर्मित बैरेल और 2500 नकद बरामद किया है। हथियार के जखिरे को पकड़कर पुलिस ने बड़ी घटना को होने से रोका।  एडीजी ने यह भी जानकारी दी कि मधेपुरा में 15 मार्च को एसटीएफ ने 15 हजार रुपये का इनामी अपराधी प्रमोद राय को गिरफ्तार किया। जो हत्या और रंगदारी समेत 5 कांडों में वांछित था। बेगूसराय में 16 मार्च को डकैती और हत्या की योजना बनाते हुए चार प्रोफेशनल अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। मुजफ्फरपुर में रंगदारी मांगने वाले पांच अपराधियों को चौबीस घंटे के अंदर गिरफ्तार किया गया।