12 जून को विपक्षी नहीं पंक्षी दलों की बैठक, बोले जीवन कुमार..दाना चुंगने के चक्कर में हैं सारे पंक्षी, बैठक खत्म होते ही उड़ जाएंगे

12 जून को विपक्षी नहीं पंक्षी दलों की बैठक, बोले जीवन कुमार..दाना चुंगने के चक्कर में हैं सारे पंक्षी, बैठक खत्म होते ही उड़ जाएंगे

DESK: शिक्षक बहाली नियमावली 2023 के विरोध में नियोजित शिक्षक लगातार धरना पर बैठे हैं। अपनी जायज मांगों के लिए ये लगातार 12 दिन से धरना दे रहे हैं आज अंतिम दिन था। शिक्षक बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने की मांग रहे हैं। शिक्षकों की मांग है कि यदि सच में सरकार बिहार की शिक्षा के प्रति चिंतित है तो शिक्षा देने वाले शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर सम्मानित करें। नियमावली की विसंगतियों को दूर कर राज्यकर्मी के रूप में नियोजित शिक्षकों का समायोजन करें। नियोजित शिक्षकों की इस मांग का समर्थन बीजेपी एमएलसी जीवन कुमार कर रहे हैं। इसे लेकर लगातार सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे है। 


आरा में मीडिया से बातचीत करते हुए जीवन कुमार ने कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने मेनोफेस्टों में इस बात को रखा था कि समान काम के बदले समान वेतन देंगे। लेकिन जब चुनाव जीतकर महागठबंधन की सरकार बना ली तब नियोजित शिक्षकों से किये गये वादे को वो भूल गये। वही नीतीश कुमार के बारे में जीवन कुमार ने कहा कि इतना झूठा मुख्यमंत्री तो पूरे हिन्दुस्तान में नहीं है। आज शिक्षक रोड पर हैं और वो पूरे देश में घुम रहे हैं।  


जीवन कुमार ने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सुपर सीएम का रोल निभा रहे हैं। ये घबराए हुए है इनकों पता नहीं चल रहा है कि कैसे भाजपा का जनाधार बढ़ रहा है और उनकी पार्टी राजद जनाधार खोता जा रहा है। आगामी चुनाव में पार्टी का सुपरा साफ हो जाएगा इसलिए तेजस्वी यादव डरे हुए है। इसलिए अजीब तरह का बयानबाजी कर रहे हैं। जनता में भ्रम फैला रहे है लेकिन वो भूल रहे हैं कि जनता के बीच रहना है तो काम भी करना होगा। वादाखिलाफी करने वाले लोग अपना जनाधार खो चुके है। जीवन कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव अपने वादे पर कायम रहकर जनता को बताए कि हम जो वादा करते है उसको पूरा भी करते हैं।


12 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक हो रही है। विपक्षी एकता को लेकर होने वाली इस बैठक पर बीजेपी एमएलसी जीवन कुमार ने कहा कि यह विपक्षी एकता की बैठक नहीं बल्कि पंक्षी एकता की बैठक है। पहले भी कितनी बार पंक्षी एकता की चर्चा हुई है लेकिन नतीजा यह हुआ कि सब पंक्षी उड़ गये। इस बार भी 12 जून की बैठक के बाद फिर सब पंक्षी उड़ जाएंगे। सब लोग दाना चुंगने के चक्कर में हैं ये सारे पंक्षी लोग एक साथ बैठेंगे। ये कभी एक हो ही नहीं सकते हैं। ये लोग आजतक कही भी एकत्रित होकर एक बयान नहीं दिये हैं। नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। उधर महागठबंधन नीतीश कुमार को जल्द से जल्द हटाने में लगी हैं। ये जानते है कि यहां से हटे तो गये नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नहीं बने तो कोई मंत्री नहीं बनेंगे।