12 हजार की नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से दुष्कर्म, ऑर्केस्ट्रा संचालक और पुलिसवालों पर आरोप

12 हजार की नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से दुष्कर्म, ऑर्केस्ट्रा संचालक और पुलिसवालों पर आरोप

  WEST CHAMPARAN: खबर पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया की है जहां नौकरी का लालच देकर एक लड़की को कोलकाता से लाया गया था। 12 हजार रुपये की  नौकरी दिलाए जाने की बात कह उसे बेतिया लाया गया था। कैटरिंग का काम दिलाने के नाम पर युवती के साथ दुष्कर्म किया गया। कोलकाता की रहने वाली लड़की ने ऑर्केस्ट्रा के मालिक और पुलिसवालों पर रेप किए जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित लड़की  ने महिला थाना और कालीबाग ओपी में आवेदन दिया और न्याय की गुहार लगायी। हालांकि पुलिस इसे पैसे के लेन-देन का मामला बता महिला के आरोपों को बेबुनियाद बता रही है। महिला थानाध्यक्ष राणा रणविजय सिंह ने बताया कि पीड़िता का आवेदन मिला है लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।


जबकि पीड़िता ने कहना है कि एक साल पहले भपटा गांव निवासी मुन्ना गुप्ता ने कैटरिंग का काम कराने के एवज में 12 हजार रुपये वेतन दिए जाने की बात कह उसे कोलकाता से बेतिया लाया था। लेकिन कैटरिंग के काम की जगह वह उसे ऑर्केस्ट्रा में डांस करवाने लगा। जब इसका विरोध वह करती थी तो उसकी पिटाई कर दिया करता था। कई बार वहां से भागने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इस दौरान मुन्ना गुप्ता लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा और जबरन शराब पिलाकर अपने  अन्य साथियों से भी रेप करवाता रहा। पीड़िता ने बताया कि मुन्ना गुप्ता जहां उसे रखे हुए था वहां सिविल ड्रेस में पुलिस वाले भी आते थे। जिनके पास पिस्टल हुआ करती थी। मुन्ना खुद उसे यह बताया था कि ये पुलिस वाले हैं। जिसके बाद पुलिस वाले भी मेरे साथ गलत काम करते थे। 


थाने में दिए अपने आवेदन में पीड़िता ने यह बताया कि आर्केस्ट्रा में नचवाने और दुष्कर्म का विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। जान से मारने की धमकी भी दी जाती थी। जब वह भागने की कोशिश करती तो मुन्ना गुप्ता और उसके साथी उसे पकड़कर लाते थे और बुरी तरह से उसकी पिटाई किया करते थे। 24 सितंबर की देर रात वह किसी तरह अपनी जान बचाकर साठी थाने पहुंची और अपनी सारी आपबीती पुलिस के सामने रखी।



हालांकि पीड़िता के इन आरोपों को साठी थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बेबुनियाद बताया। उनका बताया कि पुलिस वाले जहां भी जाते हैं। उसकी एंट्री होती है। ऐसी सूचना कहीं से नहीं मिली है कि हमारे थाने का कोई स्टाफ किसी आर्केस्ट्रा संचालक के यहां आता-जाता है। फिलहाल यह जांच का विषय है। पीड़िता इस मामले की जांच की मांग कर रही है और पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही है। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी इस मामले में पुलिस आगे क्या कार्रवाई कर पाती है।