10 दिन में दूसरी बार शरद पवार से मिले प्रशांत किशोर, कल दिल्ली में जुटेंगे 15-20 विपक्षी दलों के नेता

10 दिन में दूसरी बार शरद पवार से मिले प्रशांत किशोर, कल दिल्ली में जुटेंगे 15-20 विपक्षी दलों के नेता

PATNA : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद बतौर राजनीतिक रणनीतिकार काम न करने का ऐलान करने वाले प्रशांत किशोर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं. महज 10 दिन में पीके ने दूसरी बार एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की है. कल दिल्ली में शरद पवार के आवास पर 15-20 विपक्षी दलों के नेता जुटेंगे और एक बड़ी बैठक होगी. माना जा रहा है कि मोदी सरकार के खिलाफ तीसरे मोर्चा को खड़ा करने की कवायद पीके ने शुरू कर दी है.


गौरतलब हो कि दस दिन के भीतर पवार और पीके की यह दूसरी मुलाकात है. इससे पहले प्रशांत 11 जून को एनसीपी चीफ शरद पवार से मिले थे और शरद पवार के ऑफिस ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया था. आपको बता दें कि शरद पवार इन दिनों दिल्ली में हैं और बताया जा रहा है कि कल पवार के आवास पर ही एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया है, जिसमें 15 से 20 गैर कांग्रेसी विपक्षी दलों के बड़े नेता शामिल होंगे. 


संभवतः तीसरे मोर्चे की इस बड़ी बैठक की खबर मीडिया में सामने आने के बाद सियासी अटकलें फिर से तेज हो गई हैं. सियासी गलियारे में जोरशोर के साथ यह चर्चा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी दल नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को रोकने के लिए एक साझा प्रत्याशी उतार सकते हैं. बताया जा रहा है कि एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर कल होने वाली बैठक पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच के तहत बुलाई गई है.


गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने ममता की पार्टी का दामन थाम लिया था. जिस पार्टी के लिए प्रशांत किशोर विधानसभा चुनाव में राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम कर रहे थे. आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्र मंच का गठन किया था, जिसके बैनर के नीचे कल यह बड़ी बैठक होने वाली है.


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद प्रशांत किशोर ने बतौर रणनीतिकार काम नहीं करने की घोषणा की थी और कहा था कि वे इस "पेशे को छोड़ना" चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि "मैं जो करता हूं, अब उसे जारी नहीं रखना चाहता. मैंने काफी कुछ किया है. मेरे लिए एक ब्रेक लेने और जीवन में कुछ और करने का समय है. मैं इस जगह को छोड़ना चाहता हूं." राजनीति में फिर से वापसी की बात पर उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि "मैं एक विफल नेता हूं. मैं वापस जाऊंगा और देखूंगा कि मुझे क्या करना है."