1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Sep 2025 11:54:36 AM IST
सैलरी बचत - फ़ोटो GOOGLE
Financial Planning: अक्सर देखा गया है कि महिलाएं पैसों के मामलों में कम दिलचस्पी लेती हैं। लेकिन यही लापरवाही आगे चलकर उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि महिलाएं अपनी आमदनी का एक हिस्सा बचत और निवेश में जरूर लगाए, जाने क्यों जरुरी है महिलाओं के लिए बचत.....
पिछले एक दशक से फाइनेंशियल प्लानिंग के क्षेत्र में काम करने के दौरान निवेशकों के स्वभाव में कुछ खास तरह की आदतें देखी गयी हैं। जिसमे से एक है देर से निवेश शुरू करने की आदत। दुर्भाग्य से इस आदत का खामियाजा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा उठाना पड़ता है। शादी, प्रेग्नेंसी और जिंदगी में आने वाले कुछ अन्य अहम बदलाव महिलाओं की मजबूत आर्थिक स्थिति को भी कमजोर बना देते हैं। उल स्थितियों में महिलाओं की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर डालती हैं, जिसमें आत्मविश्वास में कमी, आर्थिक सुरक्षा का भ्रम, 40 के बाद नई शुरुआत और बनाये अपना पावर फंड शामिल है।
कैसे करें बचत -
करिअर के शुरुआती सालों में अपनी सैलरी का 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा निवेश करें। उम्र बढ़ने के साथ आर्थिक जिम्मेदारियों में इजाफा होगा और फिर आपके लिए इतना निवेश करना संभव नहीं होगा।
अपनी बचत का 80% हिस्सा म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट में निवेश करें। यहां महंगाई का असर कम पड़ता है। एसआईपी में हर माह निवेश करें। हर साल जैसे-जैसे आपकी आय में इजाफा हो, एसआईपी में निवेश किए जाने वाले पैसे की मात्रा भी उस लिहाज से बढ़ाएं।
चक्रवृद्धि बढ़ोतरी का लाभ उठाएं। 23 साल की उम्र में 10 हजार रुपए से शुरू किए गए एसआईपी को अगर न निकाला जाए तो 33 की उम्र में इसकी वैल्यू तीस लाख तक पहुंच जाएगी। बिना अतिरिक्त निवेश के यह रकम 38 साल की उम्र तक 48 लाख तक पहुंच जाएगी।
महिलाओं की जिंदगी में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं जहां आर्थिक मजबूती बहुत जरूरी होती है – चाहे शादी हो, प्रेग्नेंसी, तलाक या फिर बुजुर्गों की जिम्मेदारी। इसलिए जरूरी है कि महिलाएं खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएं। जल्दी और सही निवेश शुरू करना, उनका सबसे बड़ा हथियार हो सकता है। यही पावर फंड मुश्किल समय में उनका सहारा बनेगा।